रायगढ़

सशिमं लोचन नगर रायगढ़ में भगवान वेदव्यास की जयंती मनाई गई

रायगढ़। महाभारत, पुराण, वेद और ब्रह्म सूत्र के रचनाकार महर्षि वेदव्यास की जयंती आज सरस्वती शिशु मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय लोचन नगर रायगढ़ में बहुत ही धूमधाम और हर्षोल्लास से मनाया गया। यह कार्यक्रम विद्यालय के सभा कक्ष में आयोजित हुआ जिसके मुख्य अतिथि श्री डी. पटनायक (उपाध्यक्ष सशिमं समिति रायगढ़ एवं सशिमं लोचन नगर प्रभारी) तथा विशिष्ट तथा अध्यक्ष श्री गजानन चंद्र (आर. एस. एस. शाखा रायगढ़) एवं हृदयानंद यादव (आर. एस. एस. शाखा रायगढ़) के साथ प्राचार्य श्री श्याम लाल पटेल जी मंचासीनहुए। कार्यक्रम के शुभारंभ में मंचासीन अतिथियों द्वारा सरस्वती माता ओम भारत माता एवं भगवान वेद व्यास के छाया चित्रों एवं गुरु रुप में ध्वज के समक्ष पूजन अर्चन कर दीप मंत्र के साथ दीप प्रज्वलित किया गया। फिर माता सरस्वती की वंदना की गई। इसके बाद अतिथियों का स्वागत तिलक वंदन द्वारा किया गया, फिर प्राचार्य श्यामलाल पटेल ने अतिथियों का परिचय कराते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि भगवान वेदव्यास वेदों पुराणों ब्रह्म सूत्र एवं महाभारत की रचना कर मानव को अमूल्य निधि प्रदान की है, फिर उन्होंने गुरु महिमा का गुणगान करते हुए और गुरु के प्रति श्रद्धा रखने की सभी शिष्यों (छात्रों) की सलाह दी। इसके बाद मुख्य अतिथि की आसांदी से श्री डी. पटनायक ने गुरु महिमा का वर्णन करते हुए छात्रों को गुरु के प्रति श्रद्धा भाव से समर्पित रहे, उन्होंने कहा कि साथ ही उन्होंने कहा कि भगवान वेदव्यास का जीवन हम सभी के लिए एक गुरु, एक मार्गदर्शक के रूप में प्रेरणा देता रहेगा। और ज्ञान का दीप जलाकर गुरु के द्वारा ही जीवन को प्रकाशित किया जा सकता है। सभी छात्रों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी इसके बाद आचार्य अंजनी श्रीवास्तव में कहा कि हमें गुरु के प्रति पूरे मन से श्रद्धावान रहना चाहिए क्योंकि श्रद्धा से ही गुरु से ज्ञान अर्जित कर सकता है तथा जैसे पहाड़ पर चढ़ने के लिए डंडे का सहारा लेना जरूरी होता है और छत पर जाने चढ़ने के लिए सीढियों का सहारा लेना पड़ता है इस प्रकार जीवन के अज्ञान के अंधकार को दूर करने के लिए गुरु का सहारा अति आवश्यक होता है जिसने भी गुरु का सम्मान किया वह हमेशा समाज में यश कीर्ति अर्जित करता रहा। इसके बाद संस्था प्रमुख श्याम लाल जी ने सभी आगंतुक अतिथियों का आभार ज्ञापित किया फिर समस्त विद्यालय परिवार एक-एक करके ध्वज प्रणाम करते हुए ध्वज का पूजन अर्चन कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किया तथा अंत में सघं प्रार्थना की गई और सामूहिक रूप से ध्वज प्रणाम किया गया इसके बाद उत्सव का समापन हुआ।

इस उत्सव को सफल बनाने के लिए विद्यालय के आचार्य परिवार से विमला साहू, पुष्पांजलि साहू, संघमित्रा मिश्रा, कविप्रिया ठाकुर, ओजस्वी तिवारी, रेणुका ठाकुर, उत्तर महेश, प्रियंका रेड्डी, पुष्पा निषाद, विकास सोनी, अन्नू चौहान, गोमती पटेल एवं वीणा सिंह आदि ने अति उत्साही सहभागिता निभाई है। इस उत्सव में छात्र परिवार की भी सहभागिता सराहनीय रही है। उक्त जानकारी संस्था के प्रचार प्रसार विभाग प्रमुख अंजनी श्रीवास्तव ने दी है।

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