रायगढ़ । किरोड़ीमल शासकीय कला एवं विज्ञान महाविद्यालय रायगढ़ से सेवानिवृत्त हुए हिंदी के प्राध्यापक ग्राम कुसमुरा निवासी प्रोफ़ेसर मेदिनी प्रसाद नायक का 27 जुलाई को निधन हो गया वे हिंदी के उत्कृष्ट ज्ञाता एवं प्रवक्ता के रूप में जाने जाते थे ग्राम कुसमुरा एवं रायगढ़ पश्चिमांचल सहित पूरे छत्तीसगढ़ के विद्वत जनों बीच उनकी विशेष पहचान थी वे अपने पीछे पुत्र राजेश पटेल एवं चार पुत्री तथा पत्नी व नाती पोता से भरा पूरा परिवार छोड़ गए।
78 वर्षीय प्रोफेसर मेदिनी नायक के निधन पर प्रतिष्ठित जनप्रतिनिधि, अधिकारी कर्मचारी गण अंचल के कृषक एवं उच्च शिक्षा विभाग क्षेत्र से जुड़े लोगों द्वारा उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होकर ग्राम कुसमुरा में नाम आंखों से उन्हें विदाई दी उनके दाह संस्कार अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल, जिला पंचायत सदस्य जनपद सदस्य, किसान संगठन से जुड़े लोग, सेवा निवृत्त शिक्षक अधिकारी कर्मचारी सहित क्षेत्र के गणमान्य जनों की भारी संख्या में उपस्थिति रही ।
विभिन्न संगठन एवं गणमान्य जनों ने दी श्रद्धांजलि : प्रो. मेदनी नायक अध्यापन कार्य से सेवानिवृत्त होने के बाद सामाजिक और रचनात्मक क्षेत्र में विशेष रूप से सक्रिय रहे उनके निधन पर दत्तक पुत्र शिक्षा योजना सहयोग अभियान समिति द्वारा उन्हें विशेष रूप से श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया । समिति के संचालक भरत लाल साहू, प्रवक्ता भोजराम पटेल, सक्रिय सदस्य छवि शंकर साहू, मार्कंडेय प्रसाद पटेल, खगेश्वर पटेल, शेषनाथ पटेल, नेतराम साहू सहित विभिन्न लोगों ने दत्तक पुत्री शिक्षा अभियान के तहत तारापुर विद्यालय में बेटियों को सहयोग सामग्री प्रदान करने के पश्चात 2 मिनट मौन रह कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया वहीं तारापुर विद्यालय प्राचार्य एवं स्टाफ, कुसमुरा विद्यालय, कुसमुरा महाविद्यालय तथा क्षेत्र के प्रबुद्ध जनों ने प्रो. मेदिनी नायक के निधन पर गहन शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा शांति के लिए परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना की है ।
