रायगढ़सारंगढ़ - बिलाईगढ़

देश के कोने-कोने से व्यापार का लाइफ लाइन है एनएच 53 – सुशील रामदास


रायगढ़. छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के प्रदेश उपाध्यक्ष सुशील रामदास ने सरायपाली से सारंगढ़ को जोड़ने वाली एन.एच. 53 को बनाने की मांग रखी है। जो कि वर्ष 2015 में 81 किलोमीटर का टेंडर होने के बाद भी वर्तमान में निर्माणाधीन है और इसके अतिरिक्त इस मार्ग के 63 किलोमीटर का अभी तक टेंडर ही नहीं हुआ है।


अतः यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि पूरा एन.एच. 53 का हालत खस्ता है। जिस कारण से रायगढ़ के व्यापारी बंधुओं को सड़क मार्ग से सामान परिवहन करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यदि उस मार्ग से सामान आता भी है, तो परिवहन खर्च अधिक होने के कारण यहां सामान महंगा हो जाता है। वस्तुतः प्रतिस्पर्धा के बाजार में व्यापारी बंधुओं को होने वाली परेशानी को देखते हुए। चेम्बर के प्रदेश उपाध्यक्ष सुशील रामदास ने एन.एच. निर्माण विभाग से अनुरोध किया है कि उक्त राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण यथाशीघ्र कराया जाए, अन्यथा चेम्बर उसके मांग को लेकर धरने पर भी बैठ सकता है।

ज्ञात हो कि शिक्षा, चिकित्सा व व्यापार आदि कई क्षेत्रों की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए, रायगढ़ को उक्त मार्ग रायपुर से जोड़ने का कार्य करता है। अतः रायगढ़ के लोगों के लिए उक्त सड़क मार्ग बहु उपयोगी है। क्योंकि रायगढ़ के बच्चे उच्चशिक्षा हेतु रायपुर और भिलाई जैसे निकटतम स्थल को उपयोगी मानते हैं। वहीं चिकित्सा के दृष्टि से भी रायगढ़ का निकटतम स्थल रायपुर है और इस मार्ग से लोग सरलता पूर्वक इलाज कराने के लिए रायपुर जाते-आते रहते हैं। इसके अतिरिक्त यह मार्ग व्यापार के दृष्टि से देश के कोने-कोने से रायगढ़ को जोड़ने का कार्य करता है।

यही कारण है कि छत्तीसगढ़ चेम्बर ऑफ कामर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के प्रदेश उपाध्यक्ष सुशील रामदास ने सरायपाली से सारंगढ़ को जोड़ने वाली एन.एच. 53 को यथाशीघ्र बनाने की मांग रखी है। जिससे कि रायगढ़ के लोग शिक्षा या चिकित्सा के लिए सरलता से रायपुर पहुंच सके। वहीं यह सड़क मार्ग ठीक होने से देश के किसी भी कोने से रायगढ़ सामान मंगवाना आसान हो जाएगा, जिससे रायगढ़ के व्यापारी बंधु रायपुर के प्रतिस्पर्धा में भी उचित दर पर आम जन को वस्तुओं की उपलब्धता करा सकेेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button