सारंगढ़। भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कण्डेय के निर्देश अनुसार सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के भाजपा कार्यकर्ताओ ने महासमुंद मे हुए अनुसूचित जाति वर्ग के महिला का अपमान करने के विरोध में मुख्यमंत्री का शवयात्रा निकाला, जिसमे भाजपा के सैकड़ो कार्यकर्त्ता मौजूद रहे,यह शव यात्रा केसरवानी भवन से निकालकर भारतमाता चौक सारंगढ़ तक किया गया इस बीच भाजपा कार्यकर्ताओं का पुलिस के साथ खूब झूमा झटकी भी हुआ। यदाकदा भाजपा कार्यकर्त्ता मुख्यमंत्री का शव निकालने में सफल रहे।
बतादे कि अनुसूचित जाति मोर्चा भाजपा सारंगढ़ द्वारा आयोजित शव यात्रा को रोकने के लिए ज़िला भर से पुलिस बल बुलाया गया था इस दौरान एडिसनल एसपी, डीएसपी लेकर कई थाना प्रभारियों की भी ड्यूटी लगायी गयी थी। लेकिन इतने भारी तैनाती के बाद भी पुलिस भाजपा कार्यकर्ताओं का हौसला नही तोड़ पाया और केसरवानी भवन से शव यात्रा निकलकर भारतमाता चौक तक पहुँच ही गया।
इस अवसर पर प्रदेश प्रवक्ता भाजपा अनुराग सिंहदेव, ज़िला अध्यक्ष सुभाष जालान, प्रदेश महामंत्री अनुसूचित जाति मोर्चा बेदराम जांगडे, प्रदेश उपाध्यक्ष किसान मोर्चा कुलकित चंद्रा, पूर्व विधायक केराबाई मनहर, सुश्री कामदा जोल्हे, शमसेर सिंह,प्रदेश मंत्री हरिनाथ खुंटे, ज़िला महामंत्री अजय गोपाल, ज़िला उपाध्यक्ष अमित तिवारी,पुनीतराम चौहान, कैलाश पंडा, कैलाश देवांगन,ज्योति पटेल, ज़िला मंत्री निखिल बानी,मीरा जोल्हे, रामनारायण देवांगन,ज़िला मीडिया प्रभारी मयूरेश केसरवानी, अजा मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य संदीप सांडे, डॉक्टर दिनेश लाल,सोसल मीडिया प्रभारी खूबचंद कुमार, अजा मोर्चा राजेश बराते,युवा मोर्चा अध्यक्ष अजय नायक, महिला मोर्चा नंदनी वर्मा, जनजाति मोर्चा अध्यक्ष कमल सिदार, एनजीओ प्रकोष्ठ अध्यक्ष जितु गुप्ता, संस्कृति प्रकोष्ठ मनोज लहरे, मंडल अध्यक्ष मनोज जायसवाल, रविंद्र पटेल, चिंता साहू, देवेंद्र रात्रे, झाड़ूराम साहू, मनोहर नायक, भूषण चंद्रा, शिवम् चंद्रा, रामकुमार ठुरिया, राम किंकर, अमरनाथ खटकर, ललिता निराला,सरिता शिव, चंद्रिका सिंह ठाकुर, चंचला महिलने, रेशम कुर्रे, देवेंद्र खुंटे, अरविंद खटकर, आकाश भारद्वाज, अक्षत स्वर्णकार, उमेश विश्वकर्मा, शुभम ठाकुर, रामलाल कुर्रे, सहित सभी मोर्चा के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
भाजपा कार्यकर्ताओं में दिखा एकजुटता

कार्यक्रम को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं मे एकजुटता देखा गया, महासमुंद में महिला के साथ हुए अपमान को लेकर सारंगढ़ अनुसूचित जाति वर्ग में आक्रोश देखा गया जिसके कारण इस घटना को लेकर कार्यकर्ताओं ने एक साथ इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
दोनो महिला पूर्व विधायक़ो का हुआ पुलिसकर्मीओं से मुठभेड़

भाजपा संगठन का बैठक केसरवानी भवन में चल रहा था लेकिन केसरवानी भवन के बाहर पुलिसकर्मीओं का जमावड़ा बढ़ता गया। जैसे ही भाजपा कार्यकर्ता शव यात्रा बाहर लेकर निकले वैसे ही पुलिस ने पुतला छिनने का प्रयास किया इस दौरान पुलिसकर्मीओं से सारंगढ़ क्षेत्र के दोनो पूर्व श्रीमति केरबाई मनहर और सुश्री कामदा ज़ोलहे ने एक साथ आवाज़ बुलंद करते हुए पुलिस वालों के भिड़ गए।
पुलिस ने भाजपा के बैठक स्थल केशरवानी भवन को चारों तरफ से छावनी बना दिया
यह बता दें कि जैसे ही पुलिस प्रशासन ने भाजपा कार्यकर्ताओं को शव यात्रा निकालने से रोकने के लिए केशरवानी भवन को पूरी तरह से घेरा बंदी कर लिया गया था लेकिन भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के कार्यकर्ताओ द्वारा मुख्यमंत्री का शव यात्रा निकाला गया।
ज्ञात हो कि शव यात्रा निकाले जाने का सूचना जैसे ही भाजपा अजा मोर्चा प्रदेश मंत्री हरिनाथ खुंटे ने थाना में दिया वैसे ही प्रशासन की नींद हराम हो गयी, हरिनाथ खुंटे का छवि आक्रामक राजनीति करने वाले युवा नेता के रूप में प्रसिद्ध है, इस कारण भारी पुलिस बल तैनात कर दबाव बनाया जा रहा था किंतु प्रदेश मंत्री हरिनाथ खुंटे अपने तय कार्यक्रम अनुसार शव यात्रा निकालकर अपने छवि के अनुरूप कार्य किया।
भूपेश के पुतला सुरक्षा देने ज़िला का पुलिस तैनात किया – अनुराग सिंगदेव
भारत माता चौक में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंग देव ने कहा की प्रदेश गुण्डागर्दी चोरी की वारदात बढ़ गयी है पुलिस की तैनाती वहा करने के बजाय पुतला के सुरक्षा में लगा दिया गया है।
महिलाओं पर अत्याचार बंद करो- सुभाष जालान
प्रदेश में लगातार बड़ अपराध को लेकर जिला भाजपा सुभाष जालान ने भूपेश बघेल को आड़े हाथों लेते हुए कहा की अनुसूचित जाति के महिला के साथ प्रदेश सरकार का रवैया निंदनीय है।
आख़िर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती क्यू

बताया गया है की अनुसूचित जाति समाज की महिला के साथ हुए दुर्व्यवहार के विरोध में भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा द्वारा शव यात्रा का कार्यक्रम प्रदेश से तय किया जिसका शुभारंभ सारंगढ़ से करने का निर्देश प्रदेश महामंत्री वेदराम जांगडे ने दिया जिसके फलस्वरूप शॉर्ट नोटिस में कार्यकर्ताओं को सूचित किया गया, किंतु सारंगढ़ से इस कार्यक्रम का शुरुवात होना पुलिस महकमा को गंवारा नही था क्योंकि बात पुलिस पर आने लगी है, इस कारण कार्यक्रम को और कार्यकर्ताओं को एकत्रीकरण से रोकने के लिए भारी संख्या में बल तैनात किया गया था।
