मनोरंजनरायगढ़

शाला में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने शिक्षकों को करना होगा घर जाकर सतत पालक सम्पर्क



कक्षा 10 वीं और 12 वीं अनुतीर्ण छात्रों के रखने होंगे रिकॉर्ड, डीईओ ने ली विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों की बैठक


रायगढ़। कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी के निर्देशन में जिला शिक्षा अधिकारी डॉ.के. वेंकट राव ने आज विकासखण्ड शिक्षा अधिकारियों की बैठक ली। जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. राव ने नवीन शिक्षा सत्र प्रारम्भ होने के बाद छात्रों की कक्षा पहली में प्रवेशित छात्रों की जानकारी ली। उन्होंने कक्षा पहली के लिये चिन्हांकित समस्त बच्चों का प्रवेश जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश देते हुये, इन सभी प्रवेशित बच्चों में से पात्र बच्चों के जाति प्रमाण-पत्र 15 जुलाई तक अनिवार्य रूप से बनाकर छात्रों को वितरित करने के निर्देश दिए। साथ ही शेष कक्षाओं में अध्ययनरत पात्र छात्रों के भी जाति प्रमाण-पत्र प्राथमिकता क्रम में पूर्ण कराने के को कहा।

उन्होंने बच्चों की उपस्थिति की जानकारी लेने पर पता चला कि बच्चों की उपस्थिति अपेक्षाकृत कम है इस संबंध में सभी बीईओ को निर्देशित किया जो छात्र कक्षा में उपस्थित नहीं हो रहे हैं उन छात्रों के घर संबंधित शाला के शिक्षक जाकर सतत पालक सम्पर्क करने और बच्चों को शाला में लाने को कहा। पालक सम्पर्क के लिये विधिवत रजिस्टर संधारित करने के भी निर्देश दिये गये। पाठ्यपुस्तक निगम से प्राप्त पुस्तकों को तत्काल स्केन कराकर अतिशीघ्र छात्रों को वितरित कर अध्यापन कार्य दु्रत गति से प्रारम्भ करने और माह जुलाई के पाठ्यक्रमों को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये।
10वीं और 12वीं अनुतीर्ण छात्रों के अभिलेख संधारित करने होंगे
सभी शासकीय और अशासकीय शालाओं में पिछले वर्ष अध्ययन कर अनुतीर्ण छात्रों के ट्रेकिंग के लिये शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में सभी शालाओं को अपने स्कूल में अनुतीर्ण छात्रों के अभिलेख संधारित करके रखने होंगे कि वे छात्र शाला त्यागी तो नही हो गए है और उन्हें पुन: पढ़ाई की मुख्यधारा में लाने के लिये ओपन स्कूल में परीक्षा दिलाकर वैकल्पिक रोजगार से जोडऩे के लिये मार्गदर्शन और कैरियर काउंसिलिंग आयोजित कर इसका अभिलेख संधारित सभी शालाओं के द्वारा किया जायेगा।
मिशन उत्कर्ष का पूरी तरह करना होगा पालन
सभी शालाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिये रायगढ़ जिले में लागू मिशन उत्कर्ष के समस्त कंडिकाओं का पालन करना अनिवार्य होगा, जिसमें माह के लिये निर्धारित पाठ्यक्रम पूर्ण करना, साप्ताहिक, मासिक टेस्ट, त्रैमासिक टेस्ट, अद्र्धवार्षिक परीक्षा, प्रीबोर्ड परीक्षा संचालित करना, कमजोर और अच्छे बच्चों का चिन्हांकन और उनके लिये अतिरिक्त कक्षाओं का संचालन, आगमन निगमन पंजी का संधारण, गृह कार्य देना, शुरू से ही ब्लू प्रिंट के आधार पर अध्यापन जैसे कार्य नियमित और निर्धारित अंतराल में हर स्कूल को पूर्ण किया जाना अनिवार्य है।
विनोबा ऐप से उपस्थिति की होगी ट्रेकिंग
सभी शासकीय शालाओं में शाला में शिक्षकों की उपस्थिति की जानकारी शाला लगने के प्रारंभिक समय में विनोबा एप में देनी होगी, साथ ही कक्षा पहली से आठवीं कक्षा अध्यापन करने वाले शिक्षकों को अपने द्वारा स्कूल में कराये गये गतिविधियों के फोटो और वीडियो भी अपलोड विनोबा एप में कर सकते है। कक्षा 9वीं से 12वीं के छात्रों के मासिक, त्रैमासिक, अद्र्धवार्षिक और प्रीबोर्ड के परीक्षा परिणाम एक्सल शीट के माध्यम से अपलोड किया जाना है ताकि छात्रवार परीक्षा परिणाम की समीक्षा की जा सके। अब सीएसी भी अपने शालाओं का निरीक्षण ऑनलाइन मोड में विनोबा एप में करना होगा, ताकि निरीक्षण किये गये शालाओं को ऑनलाइन ट्रैक किया जा सके।

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