रायगढ़। विद्या भारती के योजनानुसार एवं सरस्वती शिक्षा संस्थान छत्तीसगढ़ के मार्गदर्शन में सरस्वती शिशु मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय लोचन नगर रायगढ़ में शिशु नगरी का कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें विद्यालय की अरुण, उदय, प्रथम एवं द्वितीय कक्षा के भैया बहनों ने मनमोहक प्रस्तुति दी इसमें संगीत नृत्य एवं अन्य आयोजन जैसे शिशु विभाग की प्रदर्शनी लगाई गई। जिसमें दानों से आकृति निर्माण वास्तु निर्माण एवं कलात्मक ग्रीटिंग कार्ड का निर्माण हस्त निर्मित विभिन्न वस्तुएं दिखाई गई।

उक्त कार्यक्रम विद्यालय के सभा कक्ष में आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में श्री एल. पी.कटकवार(रायगढ़ विभाग प्रमुख एवं व्यवस्थापक एवं सचिव समिति सशिम रायगढ़ )जी,उपाध्यक्ष श्री मनोज शर्मा(समिति सदस्य सशिम समित रायगढ़ )जी एवं प्राचार्य श्री श्याम लाल पटेल जी तथा वरिष्ठ आचार्य अंजनी श्रीवास्तव जी मंचासीन रहे। कार्यक्रम का संचालन चंद्रकांति विश्वकर्मा ने सर्वप्रथम मंचासीन तिथियां द्वारा सरस्वती माता, ओम एवं भारत माता के छायाचित्र के समक्ष पूजा अर्चना कर दीप प्रज्वलित किया गया साथ ही साथ दीप मंत्र का गायन हुआ फिर मधुर स्वर में सरस्वती वंदना की गई। फिर मंचासीन अतिथियों का स्वागत कन्या भारती की बहिनों ने तिलक वंदन से किया। फिर अतिथियों का परिचय संस्था प्रमुख श्री श्याम लाल पटेल जी ने कराया इसके बाद कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम कक्षा अरुण द्वारा जंगली जानवरों की वेशभूषा में मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया गया।


इसके बाद शिशुओं की माता के लिए आकर्षक खेल रखा गया जिसमें माचिस की डिब्बी में अधिक से अधिक वास्तु संग्रह करने की प्रतियोगिता थी उसके बाद कक्षा कक्षा द्वितीय के भैया बहनों द्वारा कभी राम बनके कभी श्याम बनके गीत पर प्रस्तुत किया गया, इसके बाद गीत मैया यशोदा यह तेरा कन्हैया पर चित्ताकर्षक नृत्य प्रस्तुत किया गया। इसके बाद अरुण उदय द्वारा चंदा ने से पूछा तारों से गीत पर मनोहारी नृत्य प्रस्तुत किया। फिर कक्षा अरुण के भैया बहनों द्वारा दिल है छोटा सा,छोटी सी आशा पर नृत्य प्रस्तुत किया गया। इसके बाद मनोहारी नृत्य रिमझिम रिमझिम जीत पर सामूहिक नृत्य किया गया जो काफी सराहनीय रहा इसके बाद दूसरी कक्षा के द्वारा उड़िया नृत्य कला कन्हाई रे गीत पर मन को लुभाने वाली प्रस्तुति दी गई तत्पश्चात मुख्य अतिथि एल. पी. कटकवारजी ने शिशु नगरी कार्यक्रम के विषय में बताते हुए कहा की इसका उद्देश्य शिशुओं में संस्कार पक्ष को मजबूत करना है, जिसमें आचार्यपरिवार और माता की सामूहिक सहभागिता आवश्यक है। नन्हे बच्चे अभी से संस्कारी होंगे तो अच्छे भारतीय नागरिक बन सकेंगे।


उदय की कक्षा द्वारा एक नृत्य बम बम बोल बम बम भोले गीत पर प्रस्तुत किया गया, इसके बाद आभार प्रदर्शित करते हुए श्यामलाल पटेल जी ने कहा कि शिशुओं में बहुआयामी प्रतिभा का निर्माण करना छोटी उम्र से ही संभव हो सकता है। जो कि बच्चों में एक अद्भुत प्रतिभा का निखार लाती है सभी अभिभावकों द्वारा उक्त कार्यक्रम की मुक्त कंठ से सराहना की गई और विद्यालय परिवार को कोटि-कोटि धन्यवाद दिया
इस शिशु नगरी कार्यक्रम को सफल बनाने में आचार्य श्रीपति यादव, विकास सोनी, उत्तरा महेश एवं आचार्यापुष्पांजलि साहू, संघमित्र मिश्रा,रेणुका ठाकुर, विमला, ज्योति स्वर्णकार, प्रियंका रेड्डी प्रतीक्षा गुप्ता,पुष्पा निषाद,प्रतिमा,सानिया टंडन,के साथ साथ कन्या भारती कीबहिनों अति उत्साहित एवं महत्वपूर्ण सहभागिता रही है। उक्त जानकारी विद्यालय के प्रचार प्रसार विभाग के प्रमुख अंजनी श्रीवास्तव ने दी है।
