रायगढ़। विद्या भारती की प्रशिक्षण योजना के तारतम्य में सरस्वती शिशु मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय लोचननगर रायगढ़ में रायगढ़ विभाग के संस्कार केन्द्र के आचार्याओं का प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किया जा रहा है। इसका शुभारंभ विद्यालय के सभाकक्ष में प्रातः 9:30बजे उद्घाटन हुआ है। इसके मुख्य अतिथि चन्द्र कुमार डनसेना (सशिमं प्रांत समन्वयक),अध्यक्ष श्री अंजनी तिवारी (रिटायर्ड प्रोफेसर के. जी.कालेज रायगढ़) विशिष्ट अतिथि वीरेंद्र विश्वकर्मा (रायगढ़ विभाग समन्वयक) एवं जगदेव प्रसाद पटेल (प्राचार्य सशिमं राजीव नगर रायगढ़) जी रहे हैं।

इस अवसर मंच पर प्राचार्य श्याम लाल पटेल भी उपस्थित रहे हैं।कार्यक्रम का संचालन ने किया।कार्यक्रम का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों द्वारा दीपमंत्र के सरस्वती माता, ओम और भारत माता के छायाचित्रों के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया।फिर सरस्वती वंदना गाई गई।अतिथि परिचय प्राचार्य जी कराया।फिर तिलक वंदन कर अतिथियों का स्वागत किया गया।इसके मुख्य अतिथि की आसंदी से चन्द्र कुमार डनसेना जी ने आज के परिवेश में संस्कार केन्द्र की उपयोगिता एवं महत्व बताते हुए कहा कि ग्रामीण एवं साधनविहीन क्षेत्रों के बच्चों को संस्कारित करने की अति आवश्यकता पर जोर दिया।साथ ही सरस्वती शिशु मंदिर के इतिहास को बताया।

फिररिटा. प्रोफेसर अंजनी तिवारी ने प्रशिक्षण का महत्व प्रतिपादित करते हुए कहा कि वास्तव में बच्चों शिक्षित एवं संस्कारित करने दायित्व नारी शक्ति को होता है।और उसे पूर्णं निष्ठा से निभाती भी हैं।फिर जगदेव प्रसाद पटेल जी ने आशिर्वचन प्रदान करते हुए अपने लोचननगर रायगढ़ मेबिताये समय को याद किया और कहा कि सशिमं लोचननगर रायगढ़ का शैक्षणिक स्तर बहुत ही उच्च कोटि का है।और विद्यालय से दो बार प्रविण्य सूची छात्र आए हैं।फिर प्राचार्य श्याम लाल पटेल जी ने आभार ज्ञापित करते हुए मन समर्पित-तन समर्पित और यह जीवन समर्पितकविता की पंक्ति के साथ ही समाज में संस्कार केंद्र के आचार्य/आचार्याओं की भूमिका बच्चों को संस्कारक्षम वातावरण देने में सहभागिता निभाने के लिए प्रेरित किया।एवं आगंतुक महानुभावों ककार्यक्रम में लगे आचार्य परिवार का आभार जताया।इस प्रशिक्षण कार्यक्रम संलग्न सभी लोगों ने अति उत्साही भूमिका अदा की।उक्त जानकारी संस्था के प्रचार-प्रसार विभाग प्रमुख अंजनी श्रीवास्तव जी ने दी है।
