रायपुर। छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले 1 अगस्त से होने वाली अनिश्चितकालीन हड़ताल को स्थगित कर दिया गया है। इस संबंध में फेडरेशन ने आपात बैठक लेकर अपनी रणनीति बनाई है। विधानसभा कक्ष में सीएम भूपेश बघेल के साथ हुई बैठक में कर्मचारियों के कल्याण के लिए 5 सूत्रीय मांगों को पूरा करने का आश्वासन मिलने पर हड़ताल को स्थगित करने का सर्वसम्मति से फैसला लिया गया।
फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने बताया कि 23 जून को राज्य के मुख्य सचिव को दो चरणों में आंदोलन करने के लिए नोटिस दिया था। इसके तहत पहले चरण में कर्मचारियों ने 7 जुलाई को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी किया था। इसमें मंत्रालय, सचिवालय, कलेक्टर ऑफिस और सरकारी विभागों के कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश लेकर प्रदर्शन किया था। हम आगामी हड़ताल को फिलहाल स्थगित कर रहे हैं।
सर्वसम्मति से लिया गया फैसला. छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा, कर्मचारी अधिकारी महासंघ के अनिल शुक्ला, मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष महेंद्र सिंह राजपूत ने संयुक्त रूप से कहा कि 23 जून को हमने मिलकर राज्य के मुख्य सचिव को दो चरण में आंदोलन के लिए नोटिस दिया था। जिसके तहत पहले चरण में इन कर्मचारियों ने 7 जुलाई को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी किया था। जिसमें मंत्रालय, सचिवालय, कलेक्टर ऑफिस और बाकी सरकारी विभागों के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर सामूहिक अवकाश ले लिया था।
पांच सूत्रीय मांगे. कर्मचारियों की मांगों में केंद्र के समान महंगाई भत्ता, सातवें वेतनमान में हाउस रेंट भत्ता, अनियमित/दैनिक वेतनभोगी/संविदा जैसे कर्मचारियों को नियमित करें, पेंशन के लिए पहली नियुक्ति के दिन से कुल सर्विस जोड़ना, पेंशन के लिए न्यूनतम सेवा 33 साल की जगह 20 साल करना.
