सारंगढ़/कोसीर। सारंगढ़ जिला मुख्यालय के कोसीर थाना परिवार ने थाना परिसर में सुबह 10 बजे विजय दशमी के अवसर पर विधि -विधान से मंत्रोचारण के साथ शस्त्र पूजन किए ।
विजयादशमी पर शस्त्रपूजन क्यों
यह त्यौहार देश, कानून या अन्य किसी काम में शस्त्रों का इस्तेमाल करने वालों के लिए खास है। शस्त्रों का पूजन इस विश्वास के साथ किया जाता है कि शस्त्र प्राणों की रक्षा करते है।विश्वास है कि शस्त्रों में विजया देवी का वास होती है ।विजय दशमी पर शस्त्र पूजा एक महत्वपूर्ण परंपरा है, जो भारतीय संस्कृति में बहुत महत्व रखती है। विजय दशमी पर शस्त्र पूजा किया जाता है।
राम की विजय को लेकर विजय दशमी राम की रावण पर विजय का प्रतीक है। शस्त्र पूजा करने से राम की विजय की याद में शक्ति और साहस की भावना को बढ़ावा मिलता है।

दुर्गा पूजा विजय दशमी दुर्गा पूजा के अंतिम दिन होता है, जिसमें देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। शस्त्र पूजा करने से देवी दुर्गा की शक्ति और संरक्षण की भावना को बढ़ावा मिलता है।
शक्ति और साहस शस्त्र पूजा करने से शक्ति और साहस की भावना को बढ़ावा मिलता है, जो जीवन में सफलता और संघर्षों का सामना करने के लिए आवश्यक है।
सैन्य परंपरा: विजय दशमी पर शस्त्र पूजा करने की परंपरा सैन्य बलों में भी है, जिसमें सैनिक अपने शस्त्रों की पूजा करते हैं और उनकी सुरक्षा और शक्ति के लिए प्रार्थना करते हैं।
आध्यात्मिक महत्व: शस्त्र पूजा करने से आध्यात्मिक रूप से भी लाभ होता है, क्योंकि यह आत्म-शक्ति और आत्म-संरक्षण की भावना को बढ़ावा देता है। शस्त्र पूजन की ये सारी मान्यताएं हैं । शस्त्र पूजन में कोसीर थाना प्रभारी सहयक उप निरीक्षक अमृत भार्गव , कुंवर टोप्पो ,प्रधान आरक्षक कुलधर मांझी , अनिल जायसवाल , मनेजर सिदार,महिला आरक्षक पुष्पा नारंग , गिरजा शंकर देवांगन ,गौतम भारती ,पोसेंद्र कुर्रे, धनसाय कुर्रे ,गोपाल साहू , नरेंद्र चंद्रा , पुलिस परिवार उपस्थित रहे ।
क्या कहते हैं थाना प्रभारी
आज थाना परिसर में शस्त्र पूजा की गई है मां काली की कृपा से क्षेत्र में कुशल कामना बनी रहे ।
अमृत भार्गव, कोसीर थाना प्रभारी
