रायगढ़। प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा प्रदेश की जनता को कांग्रेस के किसी भी बात पर विश्वास नहीं था लेकिन भूपेश सरकार ने गंगा जल की पवित्रता की आड़ लेकर झूठी कसम खाई। जनता को कांग्रेस पर विश्वास नही था।गंगा जल की कसम पर भरोसा कर जनता ने कांग्रेस को सत्ता की चाबी सौप दी।
शराब बंदी के लिए गंगा जल की झूठी कसम खाने वाले अहंकारी सरकार को याद भी नहीं कि शराब बंदी का वादा किया गया था लेकिन शराब बंदी का वादा भूल कर सरकार ने हर गांव हर घर गली में शराब पहुंचाकर अवैध शराब की नदी बहा दी। प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस ने यह दावा किया है कि गंगाजल की कसम किसानों की कर्जमाफी के लिए खाई थी ।शराब बंदी के लिए गंगा जल की कसम नही खाई थी किसानों द्वारा लिए गए दृढ़ कालीन ऋण एवं प्राइवेट बैंकों से लिए गए कर्जों को माफ नही किया गया। क्या कांग्रेस इस बात का जवाब से सकती है कि उसने शराब बंदी का वादा कर आखिर शराब बंदी क्यों नही की। ओपी चौधरी ने दावा करते हुए कहा अवैध शराब कारोबार की आड़ में हजारों करोड़ रुपए की वसूली कर राजस्व क्षति की गई।
छत्तीसगढ़ को गांधी परिवार का एटीएम बनाने वाली भूपेश सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल के दौरान ई डी ने गहन छानबीन के दौरान शराब के अवैध कारोबार का मामला उजागर करते हुए मामले से जुड़े साक्ष्य समेत दस्तावेज माननीय न्यायालय के समाने दाखिल किए गए। ई डी द्वारा दाखिल किए गए चार्ज सीट में छत्तीसगढ़ से 2000 करोड़ रुपए के शराब घोटाले के साथ मामले के तार राजनैतिक लोगो से जुड़े हुए बताएं गए। प्रदेश को एटीएम बनाकर गांधी परिवार तक पैसा पहुंचाने के लिए ही शराब बंदी का वादा पूरा नही किया गया और इसकी आड़ मे शराब घोटाला किया गया। कांग्रेस के घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा करना सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है जिनका आत्मबल कमजोर होता है वे इस तरह का अनूठा दावा करते है कि इस बिंदु के लिए हमने कसम खाई है और इस बिंदु के लिए हमने कसम नही खाई है।
