रायगढ़। विश्व प्रसिद्ध ओजस्वी भारतीय स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 128वीं जयंती के अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय लोचन नगर रायगढ़ में शारीरिक प्रकटोत्सव आयोजित हुआ। जिसमें समता योग, व्यायाम लेझिम डंबल आदि के उत्कृष्ट प्रदर्शन किए गए यह कार्यक्रम विद्यालय के सभा कक्ष में आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि श्री दुर्वादल पटनायक (उपाध्यक्ष सशिमं रायगढ़ एवं सशिमं लोचन नगर प्रभारी )के साथ प्राचार्य श्री श्याम लाल पटेल एवं वरिष्ठ आचार्य अंजनी श्रीवास्तव मंचासीन हुए।कार्यक्रम का संचालन कवि प्रिया ठाकुर ने किया, छायांकन विकास सोनी और प्रियंका रेड्डी ने किया सर्वप्रथम मंचासीन अतिथियों द्वारा सरस्वती माता, ओंकार ओम,भारत माता और आज के अध्येता नेताजी सुभाष चंद्र बोस के छाया चित्रों के समक्ष पूजन अर्चन कर दीप प्रज्वलित किया गया साथ ही साथ दीप मंत्र का उच्चारण हुआ।

इसके बाद नवम् की बहिनें अंजली किसान और चेतन गुप्ता के द्वारा सरस्वती वंदना की गई, इसके बाद समस्त अतिथियों और आगंतुक अभिभावक बंधु बहिनों के स्वागत हेतु रोली और हल्दी से तिलक वंदन किया और पुष्प वर्षा किया।तत्पश्चात प्राचार्य श्री श्याम लाल पटेल जी अतिथि परिचय कराया। इसके बाद शारीरिक प्रगटोत्सव का कार्यक्रम शुरू हुआ। सर्वप्रथम शिशु विभाग द्वारा सरल सरल योग व्यायाम संगीत के साथ प्रस्तुत किए गए। जिसका मार्गदर्शन शिशु विभाग के आचार्याओं के ने किया,फिर प्राथमिक विभाग द्वारा व्यायाम फूल चक्र एवं पिरामिड की सुंदर प्रस्तुति की गई दी गई,जिसका मार्गदर्शन प्राथमिक विभाग की आचार्याओं द्वारा किया गया। इन सभी कार्यक्रमों से दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। इसके बाद पूर्व माध्यमिक विभाग द्वारा डबल लेझिम और योगासन की मनमोहक चिताकर्षक प्रस्तुति दी गई।ये सभी संगीतमयथी।इसमें भैयाओं द्वारा डंबल पिरामिड और बहिनों द्वारा लेझिम प्रस्तुत किया गया जिसका मार्गदर्शन कर ज्योति स्वर्णकार पुष्पा निषाद एवं अन्य आचार्याओं ने किया एवं डंबल का मार्गदर्शन विद्यालय की आचार्य परिवार द्वारा किया गया योगासन एवं व्यायाम का मार्गदर्शन श्रीपति यादव जी ने किया इसी तरह हाई स्कूल के छात्रों द्वारा भी डंबल और लेझिम की प्रस्तुत की गई।

मुख्य अतिथि की आसंदी से श्री डी.पटनायक जी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन के विशेष पहलुओं को उजागर किया और उनसे प्रेरणा लेने की बात कही साथी सभी छात्रों को निरंतर अपने निर्धारित लक्ष्य की ओर प्रयासरत रहने की बात की उसके बाद वरिष्ठ आचार्य अंजनी श्रीवास्तव ने सुभाष चंद्र बोस की विलक्षण प्रतिभा का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने अंग्रेजों को चकमा देते हुए आजाद हिंद फौज की स्थापना की और देशवासियों को तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा का नारा दिया साथ ही जय हिंद का भी नारा दिया इसी तरह समस्त भैया बहनों को अपना लक्ष्य निर्धारित कर अनवरत् संघर्ष करने और अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहने की प्रेरणा दी, जब तक हम अपने लक्ष्य में लीन नहीं होंगे तब तक सफलता प्राप्त नहीं होगी। इसके बाद प्राचार्य श्री श्याम लाल पटेल जी ने आभार प्रदर्शन करते हुए कहा की सभी छात्रों को महापुरुषों की जीवनियों से शिक्षा लेनी चाहिए और अपने लक्ष्य के लिए निरंतर प्रयासशील रहना चाहिए ,उन्होंने भूतपूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम का दिए संदेश बताते हुए कहा कि सपने वह नहीं जो सोने के बाद आते हैं सपने वो हैं जो सोने नहीं देते और उन्हें प्राप्त करने के लिए छात्रों को संघर्ष से भागना नहीं चाहिए। इसके बाद कल्याण मंत्र द्वारा उत्सव का समापन हुआ इस उत्सव को सफल बनाने के लिए विद्यालय के समस्त आचार्य परिवार छात्र परिषद ने बढ़-चढ़कर अपनी सहभागिता निभाई है उक्त जानकारी संस्था के प्रचार प्रसार विभाग के प्रमुख अंजनी श्रीवास्तव ने दी है।
