रायगढ़

जिंदल परिवार ने ’विजय दिवस’ पर कारगिल के शूरवीरों को किया नमन

’’आओ झुककर सलाम करें उनको, जिनकी जिंदगी में ये मुकाम आता है। बहुत खुशनसीब होते है वो लोग, जिनका खून देश के काम आता है।।’’

तमनार– जिंदल पावर लिमिटेड तमनार में कारगिल विजय की 25वीं वर्षगांठ पर आज ’विजय दिवस’ मनाया गया। इस अवसर पर जिंदल परिवार ने कारगिल के शूरवीरों की शहादत को शत् शत् नमन कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर कारगिल युद्ध में अपना अप्रतिम शौर्य दिखाने वाले योद्धा एवं क्षेत्र के पूर्व सैनिकों को पुष्पगुच्छ, शॉल भेट कर उनका सम्मान किया। वहीं जिंदल चिल्ड्रन होम तमनार में चित्रकला प्रतियोगिता एवं ओपी जिंदल हॉस्पिटल तमनार में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें 39 सुरक्षा प्रहरियों ने रक्तदान कर मानव सेवा में अपना योगदान दिया।


कार्यक्रम श्री छविनाथ सिंह, कार्यपालन निदेशक व यूनिट हेड, जेपीएल तमनार के मुख्य आतिथ्य, श्री ओमप्रकाश, सीईओ माइंस, श्री गजेन्द्र रावत, उपाध्यक्ष, श्री डी.के. भार्गव, कार्यकारी उपाध्यक्ष, श्री संदीप संागवान, उपाध्यक्ष कर्नल (रि.) श्री सौरभ भटटाचार्य, प्रमुख सुरक्षा विभाग एवं क्षेत्र के पूर्व सैनिकों के विशिष्ठ आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
ज्ञातव्य हो कि प्रत्येक वर्ष भारत में 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। पाकिस्तान की ओर से की गई घुसपैठ और हमले को मुंहतोड़ जवाब देते हुए देश के सैकड़ों जवानों ने अपने प्राणों की आहूति दी थी। आज भारतवर्ष वीर शहीद जवानों के शहादत को याद कर रहा है। वैसे तो भारतीय सेना ने कारगिल युद्ध की सबसे महत्वपूर्ण चोटी टाइगर हिल पर 4 जुलाई 1999 को ही कब्जा कर लिया था। नवाज़ शरीफ़ डर से अमेरिका भाग गये और सीज़फायर करने की बात कहने लगे। लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई जी ने कह दिया- “जब तक एक एक पाकिस्तानी घुसपैठियों को हम खदेड़ नहीं देते तब तक रुकने का नाम नहीं लेगें और फिर 26 जुलाई को सभी घुसपैठियों को खदेड़ दिया गया। यहीं कारण है कि कारगिल विजय दिवस 26 जुलाई को मनाया जाता है।
कार्यक्रम में कारगिल युद्ध में अद्वितीय शौर्य का प्रदर्शन करने वाले कैप्टन (रि.) श्री अबरार मियॉ ने अपने अनुभव साझा कर कार्यक्रम में उपस्थित सभी को जोश से भर दिया, जिससे पूरा ऑडिटोरियम भारत माता की जय, वंदे मातरम से गंुज उठा। महार रेजीमेंट के नायब सुबेदार (रि.) श्री जे.के. प्रधान ने भी पूरे जोश से अपने अनुभव को बताया और आग्रह किया कि अपने प्राणों की आहुति देने वाले योद्धाओं का सदैव स्मरण करें। वहीं क्षेत्र के पूर्व सेवानिवृत्त सैनिकों को सम्मान किया गया। कार्यक्रम के दौरान जेपीएल सुरक्षा विभाग के कर्मचारी एवं ओपी जिंदल स्कूल तमनार के विद्यार्थियों ने देशभक्ति से ओतप्रात गीत सुनाकर सभी अतिथियों को भाव विभोर कर दिया।
कार्यक्रम में प्रथमतया अतिथियों द्वारा परमवीर चक्र, वीर चक्र प्राप्त अमर शहीदों को पुष्पार्पण व दीप प्रज्जवलित कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। ततपश्चात श्री तारकेश्वर राय, सुरक्षा विभाग ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के उद्देश्य व लक्ष्यों पर प्रकाश डाला। वहीं कार्यक्रम में उपस्थित श्री छविनाथ सिंह ने अपने मुख्य आतिथ्य सारगर्भित सम्बोधन में कारगिल युद्ध में अद्वितीय शौर्य प्रदर्शित करने वाले शूरवीर योद्धाओं की शहादत को नमन कर, श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि यह कोई सामान्य युद्ध नहीं था। देश के वीर सैनिकों ने अपने अद्धभुत पराक्रम का परिचय देते हुए पाकिस्तानी घुसपैठियों को टिकने नहीं दिया। देश ने यह बता दिया कि हमारी शांतीप्रियता को कमजोरी न समझें। हम अपने देश में किसी भी प्रकार का घुसपैठ बर्दास्त नहीं करेगंे। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि सैनिकांे का सम्मान कर, विभिन्न भेदभाव से उपर उठकर देश निर्माण में अपनी भूमिका निर्वहन करें।


कार्यक्रम के दौरान श्री आर.पी मिश्रा, श्री आद्या कुमार पाण्डेय, श्री नीरज चौबे, श्री रवि सत्यपाल, श्री केके पाण्डेय, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों के साथ संस्थान में कार्यरत कर्मचारी, उनके परिवार, सुरक्षा विभाग के कर्मचारी, ओपी जिंदल स्कूल तमनार कार्यालयीन स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में कर्नल (रि.) श्री सौरभ भटटाचार्य, प्रमुख सुरक्षा विभाग ने पूर्व सैनिकों, समस्त अतिथियों एवं उपस्थित सभी कर्मचारियों को उनके सक्रिय सहयोग व उपस्थिति प्रदान कर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए साधुवाद ज्ञापित किया। इस दौरान सम्पूर्ण कार्यक्रम का सफल मंच संचालन ओपी जिंदल स्कूल तमनार के श्री प्रतीक अग्रवाल ने किया।

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