रायगढ़

हिंडालको प्रबंधन ग्रामीणों के साथ कर रहा अत्याचार , प्रशासन और प्रभावित ग्रामीणों के बीच हुई चर्चा ! कुछ मांगों पर बनी सहमति, कुछ फिर अटकी…!

ग्रामीण बोले – मांगे पूरी न होने पर फिर करेंगे चक्का जाम…

तमनार/धौंराभांठा. जिले के तमनार ब्लॉक अंंतर्गत ग्राम कोंडकेल स्थित हिंडालको कंपनी कोल माइंस से प्रभावित ग्रामीण, प्रशासन और प्रबंधन के अधिकारियों के बीच आज गांव में बैठक हुई। गांव में चर्चा के दौरान हिंडाल्को प्रबंधन ने ग्रामीणों की कुछ मांगों पर सहमति दी है, तो वहीं कुछ मांगे अभी भी अटकी हुई है। पानी की समस्या को प्रबंधन ने दूर करने की बात कही है, तो वही बेरोजगारी पर जमीन संबंधी जांच के बाद रोजगार देने का निर्णय किया गया है। कोल माइंस में ब्लास्टिंग से दीवारों में आ रही छती को लेकर भी ग्रामीणों के बीच प्रशासन ने चर्चा की है। हालांकि ग्रामीणों में अभी भी कंपनी के खिलाफ आक्रोश है, उनका कहना है कि उनकी मांगे जल्द पूरी नहीं की जाती है, तो वे फिर आर्थिक नाकेबंदी करेंगे।

विदित हो कि,कोंडकेल में वर्तमान में गारे- पेलमा कोल ब्लॉक में हीण्डाल्को इंडस्ट्रीज़ IV/IV (बांजीखोल) एवं IV/V (मिलुपारा) द्वारा कोंडकेल में कोयला खनन का कार्य किया जा रहा है। कोयला खदान बनाने के लिए कंपनी द्वारा किसानों की जमीन ली गई है। लेकिन भू प्रभावित ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें जमीन और मकान का उचित मुआवजा नहीं मिला है। रोजगार के नाम पर वादा खिलाफी की गई है। खदान में होने वाले ब्लास्टिंग से दीवारों पर आने वाली दरारों की क्षतिपूर्ति राशि भी नहीं दी जा रही है। ग्रामीणों को उचित सुविधाएं भी नहीं दी जा रही है।आर्थिक नाकाबंदी कर रहे ग्रामीणों को प्रशासन ने दी थी समझाईसविभिन्न समस्याओं को लेकर भू प्रभावित ग्रामीणों के द्वारा हिंडालको प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए आर्थिक नाकेबंदी की गई थी। जहां प्रशासनिक समझाईस के बाद ग्रामीण मान गए थे, और आर्थिक नाकेबंदी स्थगित कर दी गई थी। प्रशासन ने ग्रामीणों को समझाईस दी थी कि आगामी 27 जनवरी को गांव में मीटिंग रखी जाएगी और उनकी समस्याएं सुनकर हल करने की कोशिश की जाएगी। तय समय के अनुसार, प्रशासन प्रबंधन और ग्रामीणों के बीच आज बैठक रखी गई थी।

क्या कहती है तहसीलदार

ग्रामीणों के साथ चर्चा हुई है, पानी की समस्या पर पंप और वाटर फिल्टर प्लांट बनवाने के लिए प्रबंधन को कहा गया है। ब्लास्टिंग की समस्या पर फाइनल निर्णय नहीं लिया गया है, उच्च अधिकारियों से बात करके फाइनल करने के लिए कहा गया है। बेरोजगारी को लेकर लिस्टिंग करने को कहा गया है, जिनकी जमीन गई है, उस पर जांच होगी और निर्णय लिया जाएगा।

ऋचा सिंह, तहसीलदार तमनार


यह है ग्रामीणों की मांगे

गाँव में बिरहोर जाति के लोग निवासरत हैं,जो पूर्व में कोंडकेल के ही जरहीभदरा मोहल्ले में निवासरत थे। उन्हें कंपनी के ही छोटे अधिकारी एवं कर्मचारी द्वारा डरा धमाका कर निवासरत 13 परिवार को विस्थापित कर दिया गया एवं उन्हें नियमनुसार राशि एवं लाभ नहीं मिला।
कंपनी द्वारा ग्रामीणों को पानी की सुविधा प्रदान करने हेतु टंकी एवं फ़िल्टर प्लांट लगाया गया है, उसका उपयोग ना करते हुए कोंडकेल के ग्रामवासियों द्वारा टैंकर के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाती है। जिसमें बर्तनों के तल कोयला चूर्ण जम जाता है।

  1. हीण्डाल्को इंडस्ट्रीज़ द्वारा कोंडकेल में खुदाई-खनन हेतु किए गए बारूद के विस्फोट से ग्रामवासियों के घरों में दरार, खपरैल खीसकना, पानी टपकना आदि समस्याएँ उत्तपन्न हो रही है।

जमीनदाता एवं ग्रामीणों के द्वारा जिनकी जमीन हीण्डाल्को इंडस्ट्रीज़ कोंडकेल में गयी हुई है उनके द्वारा शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार प्रदान नहीं दिया जा रहा है। और न ही शासन द्वारा निर्धारित राशि प्रदान की जाती है।
5.विस्थापित किए गए लोगों को विस्थापान का लाभ नहीं दिया जा रहा है।

  1. अधिग्रहण कि भूमि को निश्चित समय तक खुदाई-खनन नहीं की गई एवं उच्च न्यायालय में मामला चलने के उपरांत फैसला होने से पूर्व हीण्डाल्को इंडस्ट्रीज़ कोंडकेल के द्वारा खेतों में डोजर चला कर नष्ट कर दिया गया। जिससे किसानों को आर्थिक क्षति हुई है।

मामला 70 ख में डिग्री प्राप्त किए किसानों के खेतों में हीण्डाल्को इंडस्ट्रीज़ कोंडकेल द्वारा जबरन खुदाई-खनन की गई है। उन्हें न तो खेत वापस किया गया और न ही राशि प्रदान की गई है।
हीण्डाल्को इंडस्ट्रीज़ कोंडकेल के खदान से 500 मीटर में बसे किसानों को घर से हटाने का प्रयास किया जा रहा है।
भुजबल सिदार के रागी फसल की क्षति की राशि नहीं दी गई है, जो अब तक अप्राप्त है।
विगत वर्ष हीण्डाल्को इंडस्ट्रीज़ कोंडकेल कंपनी से कोयला लेजाने वाले गाड़ी से कृष्ण भुईहर (मृतक) का दुर्घटना में निधन हो गया एवं कंपनी द्वारा मुआवजा राशि देने की बात हुयी थी जो अब तक अप्राप्त है।
कोंडकेल गाँव से बोड़ा झरिया जाने का रास्ता हीण्डाल्को इंडस्ट्रीज़ कोंडकेल द्वारा बंद कर दिया गया है।जिससे ग्रामीण मवेसी चराने लेजाने में असमर्थ हैं एवं न ही महिलाएं तेंदूपत्ता एवं वनुउपज के लिए जा सकते हैं।
12.कोंडकेल से बेलजोर जाने वाली सड़क जो की प्रधान मंत्री सड़क योजना के तहत बनी हुयी है, उसमें हीण्डाल्को इंडस्ट्रीज़ कोंडकेल कंपनी द्वारा अपने भारी एवं निजी वाहनों को चलाया जा रहा है.जिससे उस रोड को क्षति पहुँच रही एवं ग्रामीणों को आने जाने में तकलीफ होती है।

सुविधाओं की मांग

1.शिक्षित बच्चों के लिए कम्प्युटर आदि प्रशिक्षण की व्यवस्था की जानी चाहिए एवं उच्च शिक्षा हेतु बच्चों को राशि प्रदान की जावे।

गाँव के लिए स्वास्थ सुविधा का विकास चाहिए।
शिक्षा हेतु सरस्वती शिशु मंदिर का जिर्णोधार होना चाहिए।
शिक्षित बेरोजगारों को हीण्डाल्को इंडस्ट्रीज़ कोंडकेल द्वारा भर्ती की जावे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button