आपदा मोचन निधि की राशि का बंदरबांट करने क्षेत्र में दलाल सक्रिय
भाजपा नेता के शिकायत के बाद प्रशासन ने जांच दल गठित की लेकिन नहीं हुई कार्यवाही
सारंगढ़। कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉक डाउन में सारंगढ़ जनपद के अंतर्गत आने वाले 26 ग्राम पंचायतों में आपदा मोचन निधि की 1 करोड़ 71 लाख 93 हज़ार रुपय की गड़बड़ी की आशंका जताते हुए भाजपा नेता ने कलेक्टर को पत्र देकर जांच की मांग की थी। गड़बड़ी की आशंका जताते हुए कलेक्टर को दिए गये पत्र में कहा है कि रायगढ़ कलेक्टर ने एसडीआरएफ मद से कोविड संक्रमण के दौरान प्रवासी मजदूरों को क्वारेंटाइन करने सेंटर संचालन के लिए सारंगढ़ जनपद पंचायत के माध्यम से 26 ग्राम पंचायतों को एक 1 करोड़ 71 लाख 93 हज़ार रुपए की राशि प्रदान की गई थी।


उक्त राशि ग्राम पंचायतों को किस मापदण्ड पर दी गई थी और राशि स्वीकृति के पूर्व क्या मापदण्ड की जांच की गई थी या भुगतान लंबित होने का ग्राम पंचायतों से कोई पत्र व्यवहार किया गया था? वही शासन से क्वारेंटाइन सेंटर संचालन के लिए राशि उपलब्ध करवाई गई थी तो क्या पंचायतों में राशि के भुगतान के लिए पंचायत लेखा नियम व क्रय नियम का पालन किया गया है? उक्त बिंदुओं के आधार पर उच्च स्तरीय जांच टीम बना कर जांच करवाने की मांग कलेक्टर से की गई थी प्राप्त शिकायत के आधार पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सारंगढ़ ने कार्यालय कलेक्टर रायगढ़ के पत्र क्रमांक 8365 /आ.रा./राले /2022 रायगढ़ दिनांक 13.10.2022 के माध्यम से छत्तीसगढ़ शासन राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग मंत्रालय महानदी भवन नया रायपुर का पत्र क्रमांक 957 दिनांक 6.10.2022 के द्वारा एसडीआरएफ नोवल कोरोना वायरस कोविड-19 वैश्विक महामारी में प्रवासी व्यक्तियों हेतु क्वारंटाइन सेंटर के संचालन में भोजन पर किए गए व्यय हेतु राज्य आपदा मोचन निधि मध के अंतर्गत 1 करोड़ 71 लाख 93 हजार आवंटन प्रदाय कर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सारंगढ़ को आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान करने की स्वीकृति प्रदान किया गया है का उल्लेख करते हुए उक्त आवंटन राशि के विरुद्ध की गई राशि तथा ग्राम पंचायत संबंध में प्रस्तुत बिल वाउचर का वैश्विक महामारी में प्रवासी व्यक्तियों हेतु क्वारंटाइन सेंटरों के संचालन में प्रतिदिन के अनुसार भोजन एवं अन्य पर किए गए व्यय की जांच कर विस्तृत प्रतिवेदन 10 दिवस के विचार प्रस्तुत करने 19.06.2023 को कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सारंगढ़ द्वारा जांच दल गठित की जिसमें श्री नेत्र प्रभा सिदार सारंगढ़ तहसीलदार,अशोक कुमार दासे अभियंता पीडब्ल्यूडी अधिकारी सारंगढ़ ,अजीत नायक वन मंडल अधिकारी सारंगढ़ जांच दल में शामिल किए गए लेकिन आज पर्यंत कोरोंना महामारी के दौरान प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन के लिए किए गए खर्च की भारी-भरकम राशि की बंदरबांट की जांच अब तक नहीं हुई जिससे दलालों के हौसले बुलंद हैं और लगातार सक्रिय होकर पुनः भ्रष्टाचार करने जुटे हुए है।

