पूर्व विधायक विजय अग्रवाल कथा सुनने पहुंचे कथा वाचक पं. रामकृष्ण मिश्रा जी का स्वागत कर आर्शीवाद प्राप्त किया
रायगढ़। पुराना शिव मंदिर के पास नवागढ़ी राजापारा रायगढ़ में आयोजित श्री शिव महा पुराण ज्ञान यज्ञ कथा में पहुंचकर रायगढ़ के पूर्व विधायक विजय अग्रवाल ने कथा वाचक पं. रामकृष्ण मिश्रा जी का स्वागत कर आर्शीवाद प्राप्त किया। नवागढ़ी की पावन धरा में पं. रामकृष्ण मिश्रा जी के श्री मुख से श्री शिव महापुराण कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है।
शिव महा पुराण कथा के पांचवे दिवस पर तारकासुर वध, गणेश जी की उत्पत्ति एवं राजा जलांधर की कथा का प्रसंग सुनाया गया। कथा व्यास में विराजमान पं. रामकृष्ण मिश्रा जी ने कहा शिव पुराण की कथा मानव जीवन को कल्याण करने वाली है। पं. जी ने कहा की मनुष्य जीवन दो ही कारण से प्राप्त होते है एक तो परमेश्वर की भजन भक्ति कीर्तन करने के लिए और दूसरा हमारे द्वारा पूर्व जन्म में जो किए गए फल को भोगने के लिए होता है।मानव शरीर पाना बहुत ही कठिन है और उससे ज्यादा परमेश्वर की भक्ति कर पाना वह मनुष्य जो शिव भगवान का स्मरण करते है, पूूजन करते है, भक्ति में डूबे रहते हैं। उस शिव भगवान का मात्र स्पर्श से मुक्ति मिल जाता है। उन्होनें कहा कि कैलाश पर शिव परिवार के साथ रहने वाले उनके सेवकों वाहनों के विपरीत स्वभाव के बाद भी प्रेम, स्नेह और समर्पण भाव के साथ रहने का मनोहारी वर्णन किया।

उन्होने कहा देवादि देव महादेव का परिवार अद्धूत है विभिनताओं में एकता और विषमताओं में संतुलन, यह शिव परिवार से ही सीखा जा सकता है। शिव परिवार के हर व्यक्ति के वाहन या उनसे जुडे़ प्राणियों को देखे तो शेर व बैल एक घाट पानी पीने का दृश्य साफ दिखाई देगा। शिव पुत्र कार्तिकेय का वाहन मोर है शिव जी के तो आभूषण ही सर्प है। वैसे स्वभाव से मयूर और सर्प दुश्मन है इधर गणपति का वाहन मुषक है जबकि सर्प मुषक भक्षी जीव है।पार्वती स्वयं शक्ति है जगदम्बा है जिनका वाहन शेर है। शिव जी का वाहन तो नंदी बैल है बेचारे बैल की सिंह के आगे औकात क्या ? यह सभी एक दूसरे के दुश्मन होने पर भी इन दुश्मनियों और ऊचे-नीचे स्तरों के बावजूद शिव का परिवार शांति के साथ कैलाश पर्वत पर प्रसन्नता पूवर्क समय बिताता है। शिव परिवार समाज के लिए एक दिव्य प्रेम का उदाहरण है। ऐसे ही प्रत्येक व्यक्ति को एक साथ प्रेम सद्भावना से साथ रहना चाहिये।
कथा में श्री गणेश व कार्तिकेय भगवान का जन्म उत्सव मनाया गया। कथा के साथ कथावाचक पं. रामकृष्ण मिश्रा के द्वारा भजन कीर्तन संगीत से श्रोता मंत्रमुग्ध हो जाते है, कई श्रोता तो भाव विभोर हो नाचने लगते है।श्री महापुराण का समापन 17 अप्रेल को बेलपत्र वर्षा, हवन, सहस्त्र धारा, देव विसर्जन के साथ होगा कथा का आयोजन में प्रमुख रूप से शिव भक्त समिती नवागढ़ी के प्रमुख सदस्य राधेश्याम देवांगन, गोपाल कसेर, इन्द्रजीत बेहरा, राजेन्द्र बेहरा, पुन्नीलाल यादव, बजरंग देवांगन, पार्वती, कल्पना यादव, मंजू यादव, ज्योति, लता, खुशबू, आदि लोगों का योगदान है। पूर्व विधायक विजय अग्रवाल के साथ अनुपम पाल, बाबा, श्रवण सिदार, प्रदीप पटनायक, विनय, सुरेन्द्र निषाद, भागीरथी आदि कार्याकर्ता कथा श्रवण करने पहुंचे थे।
