रायगढ़सारंगढ़ - बिलाईगढ़

आखिर 10 महिना गुजर जाने के बाद भी प्रभारी प्राचार्य पर कार्यवाही क्यों नहीं हो पायी ?

प्रभारी प्राचार्य पर वित्तिय अनिमिता का था शिकायत, अपनी चोरी छुपाने के लिए अपने स्कूल के सहकर्मी पर लगाया था मान -सम्मान ठेस पहुंचाने और अभद्र ब्यवहार का आरोप

सारंगढ़ – बिलाईगढ़ । बिलाईगढ़ विकास खंड शासकीय हाई स्कूल उड़काकन में ऐसा वाक्या सामने आया कि अपनी वित्तीय अनिमिता को छुपाने के लिए अपने ही शिक्षक ब्यख्याता सहकर्मी की शिकायत करना उस वक्त शिकायतकर्ता को भारी पड़ गया जब सूचना के अधिकार के तहत जांच कार्यवाही की जानकारी मांगी गई और शिकायतकर्ता को मुंह की खानी पड़ी ।यह मामला सारंगढ़ -बिलाईगढ़ जिला के बिलाईगढ़ विकास खण्ड के शासकीय हाई स्कूल उड़काकन की मामला है । फिर क्या हुआ अधिकारियों के हांथ -पांव कार्यवाही करने के लिए फूलने लगे ?यहां तक कि बलौदा बाजार जिला शिक्षा अधिकारी भी इस मामले में चुप्पी साध लिए ।

जनसूचना अधिकारी की अज्ञानता के लिए उन्हें 25 हजार की जुर्माना की छत्तीसगढ़ राज्य सूचना आयोग ने आदेशित कर दिया जो जिला शिक्षा अशिकारी की पोल खोलती है। आखिर कहीं न कहीं शिकायतकर्ता को अपने ही स्कूल सहकर्मी की शिकायत करना भारी पड़ गया ।आखिर क्या है पुरा मामला – बिलाईगढ़ विकास खण्ड के शासकीय हाई स्कूल उड़काकन के प्रभारी प्राचार्य लोचन प्रसाद भास्कर ने अपने ही स्कूल के सहकर्मी रमेश भारती ब्यख्याता (एल बी ) पर अभद्र ब्यवहार ,धमकी देने और आदेश की अवहेलना व मान -सम्मान को ठेस पहुंचाने की आरोप लगाते हुए जनप्रतिनिधियों से शिकायत किया था । इस शिकायत के आधार पर बलौदा बाजार जिला शिक्षा अधिकारी सी एस ध्रुव को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया था ।ब्यख्याता रमेश भारती ने 10 फरवरी 2020 को अपने स्कूल में हो रही वित्तीय अनिमितताओ को लेकर प्रभारी प्राचार्य लोचन प्रसाद भास्कर की शिकायत की थी ।

अपनी वित्तीय अनिमितताओं को छुपाने के लिए प्रभारी प्राचार्य लोचन प्रसाद भास्कर ने रमेश भारती पर कई आरोप मढ़ कर अपने कृत्यों को छुपाने की कोशिश करते हुए अपने पद का दुरुयोग कर अपने सहकर्मी को परेशान करने लगा । आपको बता दें प्रभारी प्राचार्य लोचन प्रसाद भास्कर स्कूल में 2018 से प्रभार में हैं ।पुरे मामले में सूचना के अधिकार के तहत आर टी आई कार्यकर्ता पोलेश्वर बनज ने सूचना चाही थी तब सूचना के अधिकार के तहत वितीय अनिमितताओं का सच सामने आ गया ।ब्यख्याता रमेश भारती की शिकायत पर प्रभारी प्राचार्य की अनिमितताओं की जांच हुई जिसमें हजारों की अनिमितता पाई गई। रायपुर लोक शिक्षण संचालनालय ने बलौदाबाजार जिला शिक्षा अधिकारी को जांच कर 15 दिवस के अंदर जानकारी चाही थी पर 10 माह के बाद भी प्रभारी प्राचार्य पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं हो सका जो कई प्रश्न को जन्म देते हैं।

आखिर जिला शिक्षा अधिकारी के हांथ पांव क्यो फूल रहे हैं ? आखिर अनिमितताओ की जानकारी सही पाए जाने के बाद भी चुप्पी क्यों ? रमेश भारती ने बताया कि प्राचार्य की वित्तीय अनिमितता सामने आने के बाद भी कार्यवाही नहीं होने से वे इस विषय में फिर से अपने जिला शिक्षा अधिकारी और लोक शिक्षण संचालनालय रायपुर को पत्र लिखे हैं ।वहीं आर टी आई कार्यकर्ता पोलेश्वर बनज ने भी शिक्षा विभागों को पत्र लिखकर कार्यवाही की मांग किये हैं ।आखिर प्रभारी प्राचार्य पर अनिमितता पाए जाने के बाद भी कार्यवाही न होना कानून को ठेंगा दिखाना है ।आखिर कब होगी कार्यवाही ?

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