
कॉंग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने जिलाध्यक्ष के नाम अपर कलेक्टर टोप्पो से मिलकर की दोषी डॉक्टर्स पर कार्यवाही की मांग
रायगढ़. जिला चिकित्सालय में पदस्थ चिकित्सक मीना पटेल व सिविल सर्जन दिनेश पटेल द्वारा वृद्ध मां के साथ उपेक्षित व्यवहार एवम मरीज की सेवा में कमी जैसे अव्यवहारिक कृत्य पर कार्यवाही किए जाने हेतु जिला कांग्रेस कनेटी के अध्यक्ष अनिल शुक्ला, पूर्व विधायक प्रकाश नायक ,नगर निगम नेता प्रतिपक्ष सलीम नियारिया,जिला काँग्रेस प्रभारी महामन्त्री द्वय ग्रामीण व शहर विकास शर्मा व शाखा यादव,संदीप अग्रवाल, निगम पार्षद प्रदीप चंद्र टोप्पो, मिंटू मसीद, मीडिया प्रभारी वसीम खान व कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा कलेक्टोरेट कार्यालय जाकर हस्ताक्षरित पत्र माननीय कलेक्टर रायगढ़ के नाम सौंपा।

कलेक्टर महोदय को प्रेषित पत्र में बताया कि दिनांक 05 अगस्त 2025 को मैं वसीम खान निवासी बाजीराव पारा वार्ड नंबर 30, अपनी माता श्रीमती जैबुन निशा को उनके आंख के उपचार हेतु सरकारी जिला चिकित्सालय गया था इस दौरान ओपीडी में ड्यूटीरत नेत्र विशेषज्ञ सुश्री मीना पटेल द्वारा मेरी माता का परीक्षण और निदान अधूरे में यह बोलकर छोड़ दिया गया कि अभी दोपहर के 1 बज गया है और हम सभी चिकित्सक 1 बजे तक ही ड्यूटी करते है अब आपको शाम की ओपीडी में दोबारा आना होगा तभी मैं उपचार करूंगी, मेरे द्वारा कई बार अनुनय विनय आग्रह किया गया किंतु उक्त चिकित्सक ने हमारी एक बात भी न सुनी, यहां तक कि वहां खरसिया से आए दो मरीजों ने भी कहा कि हम बेशक कल आ जाएंगे किंतु बुजुर्ग माता जी का उपचार कर दीजिए, लेकिन उक्त महिला चिकित्सक ने उनके निवेदन को भी अनसुना कर वहां से चली गई, तदोपरांत मेरे द्वारा पूरे मामले से सिविल सर्जन डॉ दिनेश पटेल को अवगत कराया गया लेकिन डॉ दिनेश पटेल ने भी महिला चिकित्सक के प्रतिकूल व्यवहार की तरफदारी करते हुए मेरे साथ फोन पर बदसलूकी से संवाद किया गया और मरीज परिजनों ने उनसे कहा कि इस घटना के बारे में मिडिया को बताएंगे तो उनके द्वारा कहा गया जो करना है कर लो।
ऐसा वर्ताव एक जिम्मेदार कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारी के साथ हो रहा है यह पूरी घटना जब जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शुक्ला व पदाधिकारियों के संज्ञान में आई तो उन्होंने भी माना कि कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी द्वारा किसी वृद्ध मरीज के साथ किया गया ऐसा व्यवहार कदापि शोभनीय नहीं होता। पूर्व विधायक प्रकाश नायक ने भी कहा कि इस समूचे प्रकरण से न सिर्फ पीड़ित मरीज बुजुर्ग माता को व हमें गहरा आघात लगा है साथ ही उस वक़्त वहां बैठे दर्जनों मरीजों की भी भावना जरूर आहत हुई होगी
अनिल शुक्ला ने कहा कि बीजेपी के शासन में सभी सरकारी तंत्र से जुड़े लोगों व जिनका मानवीय सेवा से सीधा सर्वकार है उन अधिकारियों की मानवीय संवेदनाएं मर चुकी हैं, हम आम लोग डॉक्टर्स को धरती के भगवान के रूप में मान्यता देते है और उन पर भरोसा करते है।

वृद्ध महिला मरीज के साथ हुई इस घटना में महिलां चिकित्सक और सिविल सर्जन डॉ दिनेश पटेल का व्यवहार पूरी तरह से मेडिकल एथिक्स के विपरीत है क्योंकि कोई भी डॉक्टर अपने मरीज का उपचार अधूरे में छोड़कर नहीं जाता है और न ही ऐसे अमानवीय कृत्य की तरफदारी कर मरीन या मरीज के परिजनों से बदसलूकी करता है।जिला कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए समूचे चिकित्सा विभाग को रोगियों व उनके परिजनों के साथ संवेदनशीलता से पेश उसने की हिदायत दी साथ ही इस घटना के लिए दोषी डॉ. मीना पटेल व सिविल सर्जन डॉ. दिनेश पटेल दोनों को ही कांग्रेस पदाधिकारी एवम उनकी वृद्ध माता से किये गए अशिष्ट व्यवहार के लिए अविलंब माफी मांगनी चाहिए। जिला कांग्रेस पदाधिकारियों द्वारा प्रेषित पत्र के साथ कलेक्टर महोदय से भी आग्रह किया गया है कि मेडिकल कार्य मे लगे चिकित्सक जब पीड़ित मानव की सेवा की शपथ की उपेक्षा करें तो उन पर जो उचित कार्यवाही दंड विधान में हो प्रशासन द्वारा जरूर की जानी चाहिए।
अगर इनके खिलाफ कार्यवाही नहीं होने पर कांग्रेस पार्टी द्वारा आंदोलन किया जायेगा
