रायगढ़

भाजपा के दिग्गज नेता रायगढ़ में जुटे, दावेदारों समेत कार्यकर्ताओं की ली जमकर क्लास; कहा –बैनर, पोस्टर, फोटो, छोड़ संगठन के लिये काम करें: ओम माथुर

रायगढ़। भारतीय जनता पार्टी संगठन के निर्देशानुसार चलने वाली पार्टी है और इसके इतर तीन-पांच करने वालों को वह समय रहते सबक सीखा देती है। भाजपा के दिग्गज नेता फिलहाल रायगढ़ में जुटे हैं जो आगामी विधानसभा चुनाव के लिये रणनीति बनाने को मैराथन बैठक कर रहे हैं। गुरूवार शाम से शुरू हुई बैठक भोर 4 बजे खत्म हुई तो शुक्रवार सुबह से ही जो बैठकों का दौर चल रहा है वह देर रात 2 बजे तक शेड्यूल है।

शुक्रवार को भाजपा समन्वय समिति की बैठक में संगठन-चुनाव प्रभारी ओम माथुर ने दो टूक कहा कि विधानसभा टिकट के दावेदार बैनर, पोस्टर, फोटो से बाहर निकल संगठन के लिये कार्य करें। कोई नवाचार करें, नये मतदाताओं को जोड़े। यह नहीं कि सीधा टिकट मांगने आ जायें। वहीं इसी बैठक में उनसे सटकर फोटो खिचाने वाले युवा नेता को भी माथुर ने वहीं मंच पर ही लताड़ दिया।

इससे पहले सुबह भाजपा कार्यालय में हुई भाजपा कार्य समिति की बैठक में माथुर ने कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिये तैयार रहने के लिये प्रेरित किया तो वहीं टिकट आकांक्षी नेताओं से यह कह दिया कि आपकी कुंडली हमारे पास है रायगढ़ हमारे लिये नया नहीं है हम इसे बेहतर जानते है और रही सही आपके बारे में तो हम आपसे भी ज्यादा जानते हैं। हमारा चेहरा कमल फूल है और पार्टी भाजपा, सभी इसी ध्येय वाक्य को गांठ बांधकर काम करें। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भी भाजपाईयों को चार्ज किया और आगामी विधानसभा चुनाव के लिये तैयार रहने की बातें कहीं। इसके अलावा प्रदेश संगठन सह प्रभारी नितिन नबीन, भाजपा महामंत्री केदार कश्यप, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव, महामंत्री ओपी चौधरी समेत कई दिग्गज नेताओं ने संगठन के पदाधिकारियों समेत कार्यकर्ताओं के साथ अलग-अलग बैठक कर विधानसभा चुनाव के लिये रणनीति तय की और जिम्मेदारी भी निश्चित की।

भाजपा हारती नहीं, भाजपा सीखती है: मनसुख मंडाविया
शुक्रवार दोपहर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री व प्रदेश भाजपा के चुनाव सह प्रभारी मनसुख मंडाविया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस ली जिसमें उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर जमकर आरोप लगाये। उन्होंने कहा कि भाजपा ने १५ साल छत्तीसगढ़ को बनाने में लगाया तो साढ़े चार साल में ही कांग्रेस सरकार ने इसे लूट लिया। केन्द्रीय योजनाओं से प्रदेश की जनता को जानबूझकर दूर रखा है। प्रदेश अब गांधी परिवार का एटीएम बन चुका है। यह माफियाओं की सरकार है, यह घोटालेबाजों की सरकार है, जनता अब मान चुकी है कि भूपेश सरकार ने उनके साथ छल किया है। रायगढ़ की चारों सीटों समेत प्रदेश में इस बार बीजेपी का पताका लहरायेगा। युवा-गरीब-किसानों को कांग्रेस सरकार ने छला है। एक टन कोयले पर कितनी लेवी वसूल की जाती है जनता जान चुकी है। ट्रांसफर में माफियागिरी हावी है, ईमानदारी काम करने वाले पीडि़त हैं। एक गरीब किसान का बेटा बहुत मेहनत से अधिकारी बनने के लिये पीएससी पेपर दिलाता है लेकिन वहां भी घोटाले हो जाते हैं। यह बड़े शर्म की बात है कि प्रदेश के युवा को नग्न होकर सडक़ पर निकलना पड़ रहा है।
कॉफ्रेंस में नये चेहरों को चुनाव में मौका दिये जाने पर मांडविया ने कहा कि पार्टी कमेटी बोर्ड ही उम्मीदार तय करती है। जिसके लिये संगठन स्तर पर समीक्षा की जाती है। उम्मीदवार की घोषणा में विलम्ब होने पर उन्होंने कहा कि समय रहते इस बार टिकट बांट दिये जायेंगे। पिछली हार से क्या सीखा के जवाब में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हारती नहीं वह सीखती है हम वादों पर नहीं जाते हम काम करने पर भरोसा दिखाते हैं। वहीं कांग्रेस ने बीते चुनाव में २०० वादें प्रदेश की जनता से किया था जिसमें से एक भी वादा पूरा नहीं हुआ है। शराबबंदी की बात करने वाली कांग्रेस खुद ही हजारों करोड़ों के शराब घोटाले में फंसी हुई है।

पीएम के दौरे को बनाये सफल
बैठक में ओम माथुर ने स्पष्ट किया कि रायगढ़ में प्रधानमंत्री मोदी आ रहे हैं जिसके लिये कार्यकर्ता अभी से जुट जायें। जिस तरह उनका रायपुर में कार्यक्रम सफल रहा उसी तरह रायगढ़ में भी उनके कार्यक्रम को सफल बनाये। हालांकि तारीख और स्थान को लेकर अभी अस्पष्टता है।

दावेदारी को लेकर हुई लॉबिंग
करीब दो दिन प्रदेश भाजपा के सारे दिग्गज नेता रायगढ़ के एक बड़े होटल में ठहरे हैं लिहाजा यहां की लॉबी भी बड़ी है जिसमें टिकट आकांक्षी सारे स्थानीय नेता आराम से आ गये। मौका देखकर सभी ने अपनी-अपनी दावेदारी पेश की है। कई को तो लॉबी से ही लौट आना पड़ा तो कुछ एक कमरे में जाकर प्रभारियों से विस्तार से चर्चा करते नजर आये। एक वरिष्ठ भाजपा नेता और एक बड़े पदाधिकारी आईसोलेट होने के बाद बैंकेट हॉल में दिखे तो इंतजामअली नेता के इंतजाम की तारीफ मीडिया में तो खूब हुई पर शायद संगठन और आला नेता इस बखत दूसरे मूड में आये थे। इसके बाद भी उन्होंने अपनी छाप तो छोड़ ही दी।

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