रायगढ़

सशिमं लोचननगर रायगढ़ में विज्ञान मेला का हुआ आयोजन


रायगढ़। भारत के प्रथम रसायनज्ञ एवं महान शिक्षक आचार्य प्रफुल्ल चन्द्र राय जी की जयंती के अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर उच्च. माध्यमिक विद्यालय लोचननगर रायगढ़(छ.ग.)में विज्ञान मेला का आयोजन किया गया।जिसमें अनेक विधा में कार्यक्रम आयोजित हुए।कार्यक्रम भोजनावकाश के बाद विद्यालय के सभागार में सम्पन्न हुआ।इसमें कार्यक्रम में 60 विद्यार्थियों ने भाग लिया है।इस कार्यक्रम में विज्ञान माडल, चार्ट, चित्र,रंगोली प्रतियोगिता के साथ साथ वृक्षारोपण का आयोजन किया गया।

इसमें मुख्य अतिथि श्री डी.पटनायक(सशिमं समिति रायगढ़ के उपाध्यक्ष एवं लोचननगर विद्यालय के प्रभारी),संस्था प्रमुख कुबेर माली एवं अन्य अतिथि के रुप में आचार्य बृहस्पति भोई, अंजनी श्रीवास्तव एवं लोचन प्रसाद पटेल जी रहे हैं। विज्ञान मेला की माडल विधा में काव्यांश एवं आकांक्षा प्रथम रहीं हैं, चित्रकला प्रतियोगिता में राहुल डनसेना, श्रेष्ठ मनहर तथा अंशुमान प्रथम आए एवं रंगोली प्रतियोगिता में शारदा राव एवं साथी,अंजली किसान और गंगा पटेल एवं साथी ने प्रथम स्थान अर्जित किया।कार्यक्रम का संचालन कक्षा दशम् के भैया अभिषेक तिवारी, अनिकेत कंवर एवं दीपक देवांगन ने किया था।

विज्ञान मेला का शुभारंभ आगंतुक अतिथियों द्वारा सरस्वती माता ओम भारत माता एवं आचार्य प्रफुल्ल चन्द्र राय जी के छायाचित्रों के समक्ष पूजन अर्चन कर दीप प्रज्जवलित करके किया गया।इसके बाद मंचीय परंपरा का निर्वाह किया गया।फिर सबसे पहले विज्ञान माडल की रोचक एवं चित्ताकर्षक ढ़ग से प्रस्तुति दी गई ,इसमें चन्द्रयान -3,सोलर सिस्टम, पवन उर्जा का प्रयोग, सेंसर लाइट सिस्टम, ग्रीनहाउस प्रभाव, सौरर्मंडल,प्रकाश संश्लेषण की विधि एवं पृथ्वी की आंतरिक संरचना आदि को दर्शाया गया।इसके बाद विज्ञान एवं पर्यावरण संरक्षण संबंधित अनेक चार्ट सुंदर और आकर्षक रंगों के साथ प्रदर्शित किया गया।अगली विधा में रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन हुआ ,जिसमें पौधाघर का प्रभाव, रेशमकीट का जीवनचक्र,पुष्प का नामांकित रंगोली, पृथ्वी की संरचना, मानव पाचनतंत्र ,ह्रदय की संरचना आदि को दर्शाया गया।फिर वृक्षारोपण किया गया।

इसके बाद कक्षा दशम् से अभिषेक तिवारी एवं प्रकाश निर्मलकर ने रसायनज्ञ प्रफुल्ल चन्द्र जी का जीवनवृत्त और चन्द्रयान-3के बारे में बताया फिर विज्ञान की विषयाचार्या कविप्रिया ठाकुर ने विज्ञान की उपयोगिता महत्व पर प्रकाश डाला, इसके बाद आचार्य बृहस्पति भोई जी ने संस्कृत भाषा में, अंजनी श्रीवास्तव एवं लोचन प्रसाद पटेल जी ने विज्ञान के सतर्कता, उपयोग एवं उससे प्राप्त सुविधाओं के बारे में बताया।फिर कल्याण मंत्र के साथ उत्सव का समापन हुआ।विज्ञान मेला को सफल बनाने में समस्त आचार्य परिवार, छात्र परिषद के सदस्यों की महती भूमिका रही है।उक्त जानकारी विद्यालय के प्रचार-प्रसार विभाग के प्रमुख अंजनी श्रीवास्तव ने बताई है।

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