रायगढ़

मवेशियों की सुरक्षा के लिए सभी का सहयोग जरूरी-कमिश्नर चंद्रवंशी

गौशाला में ली गई शहर के गौ सेवा समिति और पशु पालकों की बैठक

रायगढ़। सड़क पर घूमने वाले मवेशियों की सुरक्षा सभी के सहयोग से ही संभव है। इससे ही हम एक ओर जहां आवागमन को बिना व्यवधान के बहाल कर सकते हैं, दूसरी ओर वाहन चालकों और मवेशियों को भी दुर्घटना से बचा सकते हैं। उक्त बातें शुक्रवार को रामलीला मैदान स्थित गौशाला में आयोजित गौ सेवा समिति के पदाधिकारी, शहर के पशुपालकों और मवेशी प्रेमियों की बैठक में कमिश्नर श्री सुनील कुमार चंद्रवंशी ने कही।

कमिश्नर श्री चंद्रवंशी ने सबसे पहले संबलपुरी गौठान में मवेशियों की स्थिति एवं सुविधाओं पर प्रकाश डाला। इस दौरान उन्होंने संबलपुरी शहरी गौठान में मवेशियों को दिए जाने वाले पौष्टिक आहार, स्वास्थ्य सुविधाएं, टीकाकरण, चराने एवं रखने की व्यवस्था, हरा चारा, पैरा कुट्टी आदि की जानकारी दी। इसके बाद कमिश्नर श्री चंद्रवंशी ने शहर की सड़कों पर घूमने वाले आवारा मवेशियों की शिफ्टिंग अभियान की जानकारी दी। बैठक के दौरान मवेशी सेवा समिति के पदाधिकारियों ने दुर्घटना से बचाव के लिए सड़कों पर बैठने एवं शहर में घूमने वाले आवारा मावश्यों के सिंह अथवा गले पर दूर से दिखाई देने वाले रेडियम युक्त पट्टा लगाने के सुझाव दिए। इसी तरह शहर में बड़े मवेशी सांड से ज्यादा परेशानी होने की बात कही। इस पर कमिश्नर श्री चंद्रवंशी ने सांड की शिफ्टिंग के लिए विशेष अभियान चलाने और प्रशिक्षित टीम रखने की जानकारी दी।

बैठक में मवेशियों की देख रेख और स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी सहायक कलेक्टर श्री युवराज मरकट ने दी। पशु चिकित्सा डिप्टी डायरेक्टर डॉक्टर जेएल कुशवाहा ने बताया कि वर्तमान में मवेशियों को होम स्टॉप पद्धति में रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मवेशी आवारा नहीं होते मवेशियों को खुला में छोड़ने और खुले रूप में विचरण कर जब उन्हें भोजन प्राप्त होने लगता है तभी वह आवारा की श्रेणी में आते हैं। मवेशियों की सुरक्षा एवं सड़कों पर दुर्घटना से बचाव के लिए होम स्टॉप पद्धति अपने की आवश्यकता है। इसमें सड़कों पर घूमने वाले मवेशियों को घरों में बांधकर रखने और भोजन देने की पद्धति को अपनाना होगा। डा. कुशवाहा ने मवेशियों को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाने के लिए पशुपालकों को ध्यान देने की ध्यान देने की आवश्यकता बताई।

डॉक्टर कुशवाहा ने बरसात के चार महीना में मवेशियों के विशेष ध्यान देने की बात कही। इस दौरान उन्होंने गांव एवं शहरों में कांजी हाउस व्यवस्था को बहाल करने के भी सुझाव दिए। डा. कुशवाहा ने मवेशियों की सुरक्षा के लिए विभाग द्वारा चलाए जा रहे अभियान जैसे दूर से दिखाई देने वाले मवेशियों के सिंह और गले पर रेडियम पट्टा डालना, कान में पहचान नंबर लगाना के साथ स्वास्थ के लिए टीकाकरण और जरूरी औषधी देने के साथ मवेशियों की देखभाल से सबंधित जानकारी दी। बैठक में पशु पालकों को भी मवेशियों पर ध्यान देने और बरसात के दिनों में भी बांध कर रखने की अपील की गई। इस दौरान गौ सेवा समिति पदाधिकारियों और पशुपालकों के सुझाव को प्रमुखता से अपनाने की बात निगम कमिश्नर श्री चंद्रवंशी ने कही।

मवेशियों को शिफ्ट करने टीम गठितआवारा मवेशियों को शिफ्ट करने निगम प्रशासन द्वारा टीम गठित की गई है। यह टीम प्रतिदिन शहर की सड़कों पर घूम कर आवारा मवेशियों को पकड़ कर संबलपुरी शहरी गौठान में शिफ्ट करेगा। शुक्रवार को छह मवेशियों को संबलपुरी को गौठान में शिफ्ट किया गया। निगम कमिश्नर श्री चंद्रवंशी ने टीम को सतत रूप से अभियान जारी रखने और आवारा मवेशियों को संबलपुरी शहरी गौठान में शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं।

पशुपालकों पर की जाएगी चालानी कार्रवाई. शहर के ग्रामीण क्षेत्र से लगे सड़कों एवं हाईवे पर पशुपालकों के ही मवेशियों के बैठने और दुर्घटनाग्रस्त होने की बातें गौ सेवा समिति के पदाधिकारी ने कही। इस दौरान उन्होंने संबंधित पशु पलकों पर भी चालानी कार्रवाई करने की मांग रखी। इस पर कमिश्नर श्री चंद्रवंशी ने निगम के संबंधित अधिकारियों को ऐसे स्थानों की निगरानी और सर्वे करने व खुले में मवेशियों को छोड़ने पर पशुपालकों के विरुद्ध चलानी कारवाई करने के निर्देश दिए।

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