सारंगढ़/कोसीर। ग्राम उलखर में आज समस्त कर्मचारी एवम युवा संघ द्वारा स्थापित पुस्तकालय भवन का विधिवत फीता काटकर श्रीमती उत्तरी जांगड़े विधायक सारंगढ़ ने शुभारंभ किया उल्लेखनीय हो कि गांव समस्त कर्मचारियों एवं युवाओं ने एक बेहतर पहल करते हुए गांव में पुस्तकालय भवन का स्थापना किए जिस के शुभारंभ के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि श्रीमती उत्तरी जांगड़े विधायक सारंगढ़, विशिष्ट अतिथि श्रीमती अनिका भारद्वाज जिला पंचायत सभापति,विधायक प्रतिनिधि गनपत जांगड़े विधानसभा युवा कांग्रेस प्रभारी विनोद भारद्वाज,राकेश तिवारी, गोपाल प्रसाद चंद्रा,सतीश श्रीवास,अमृत लाल, राजू निषाद , हरीश चंद्रा,विक्कू तिवारी,अनिल महंत,सरपंच श्रीमती संतोषी सिदार की गरिमामय उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ।


जहां सर्वप्रथम विधायक व अतिथियों ने फीता काटकर पुस्तकालय भवन का शुभारंभ किया तत्पश्चात कार्यक्रम में मंचासीन हुए जहां आयोजन परिवार ने अतिथियों का पुष्पहार से स्वागत किया आगे कार्यक्रम को सर्वप्रथम विनोद भारद्वाज ने संबोधित किया एवं बधाई और शुभकामना दिए इसी कड़ी में जिला पंचायत सभापति ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और कहा कि आज आप सब के द्वारा गांव में पुस्तकालय स्थापित की गई है जो खुशी की बात है आप सब बढ़िया पढ़ लिख कर आगे बढ़े और अपना अपने माता-पिता क्षेत्र का नाम रोशन करें अंत में श्रीमती उतरी जांगड़े विधायक सारंगढ़ ने संबोधित किया और कहा कि बड़ी खुशी की बात है कि आप सब के द्वारा गांव में पुस्तकालय खोला जा रहा है पढ़ने लिखने से ही जीवन में आगे बढ़ना होता है आज के इस दौर में उच्च शिक्षा जरूरी है जैसे कि पूर्व वक्ताओं ने बताया कि बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी 24 घंटे में 18 घंटा पढ़ते थे उसी तरह आप सभी पढ़ाई लिखाई के क्षेत्र में आगे बढ़े और ऊंचे पदों में जाएं आपके गांव से जितेंद्र शुक्ला जी कलेक्टर हैं जो बड़े गौरव की बात है आप सब भी मेहनत करें और कलेक्टर एसपी बने मेरी यही कामना है साथ ही माता-पिता एवं अपने गांव का नाम रोशन करें इस कार्य के लिए आप सबको बहुत-बहुत बधाई शुभकामना देती हूं धन्यवाद कार्यक्रम की इनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही रामेश्वर लाल चन्द्रा , हितेश्वर बंजारे,दादू प्रसाद चन्द्रा,रमेश निषाद ,राकेश निषाद,चतुर कर्ष नंदकुमार भारती रामकुमार चंद्रा , राकेश चंद्रा,इस अवसर पर बड़ी संख्या में ग्राम वासी आयोजक परिवार जनप्रतिनिधि वरिष्ठ जन उपस्थित रहे।
