कोसीर । इंसान का जीवन बस उम्मीदों की एक अहसास है । खुद से खुद का चर्चा है । कोई साथ हो न हो जीवन प्रकृति के साथ होता है । युवा शिव पेड़ और प्रकृति की कृति को झांकते हुए ।
छाया – लक्ष्मी नारायण लहरे कोसीर

कोसीर । इंसान का जीवन बस उम्मीदों की एक अहसास है । खुद से खुद का चर्चा है । कोई साथ हो न हो जीवन प्रकृति के साथ होता है । युवा शिव पेड़ और प्रकृति की कृति को झांकते हुए ।
छाया – लक्ष्मी नारायण लहरे कोसीर