रायगढ़। घरघोड़ा तहसील से मात्र 10 किलोमीटर की दूरी में टीआरएन एनर्जी एवं पावर लिमिटेड भेंगारी में स्थित पावर प्लांट जो कि स्थानीय ठेकेदारों से काम करवा कर लाखों रुपए रोक दिया है। ऐसे कंपनी की ठेकेदारों ने संवेदनशील कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा से शिकायत की, तथा शिकायत की एक प्रति छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को एवं एक कॉपी पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर को भी भेजी गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घरघोड़ा के नजदीक ग्राम भेंगारी में लगे टीआर एन एनर्जी एवं पावर प्लांट जो कि काम के बदले पेमेंट देने में आनाकानी करना तथा ठेकेदारों मजदूरों ट्रांसपोर्टरों को चक्कर पर चक्कर घूमाते रहने में महारथ हासिल कर चुका है जिससे कि टीआर एन से संबंधित ठेकेदार मजदूर एवं ट्रांसपोर्टर काफी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उनके द्वारा किए गए कार्य मजदूरी ट्रांसपोर्टिंग से संबंधित पैसे को रोकना जो कि कानूनन गलत है। लोगों से काम करवा कर उनके पैसे ना देना टीआरएन कंपनी का अब यही काम रह गया है।
बताना लाजिमी होगा कि ऐसे कई ठेकेदार मजदूर एवं ट्रांसपोर्टर जिनके लाखों रुपए कंपनी के द्वारा बेवजह रोका गया है जिससे कि इन्हें काफी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि पिछले बार तो एक ट्रांसपोर्टर ने टीआरएन कंपनी के खिलाफ में अपने खून से लेटर लिखकर शासन प्रशासन को आगाह किया था और इस बार तो ठेकेदार, ट्रांसपोर्टर घरघोड़ा जयस्तंभ चौक में आत्मदाह करने की भी शासन प्रशासन को सूचना देने वाले हैं। जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी टीआरएन कंपनी तथा उसके जीएमएमडी प्रबंधन की होगी। टीआरएन कंपनी के इस रवैया से क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि भी काफी नाराज हो रहे हैं। जब लोगों से काम लिया गया है तो फिर उनके मेहताना पैसे रोकने का कंपनी को कोई हक नहीं बनता। अगर ऐसे में जरूरत पड़ेगी तो जनप्रतिनिधि भी कंपनी के खिलाफ जल्द ही आंदोलन करने में उतारू होगें।
