रायगढ़ । नव गठित जिला सारंगढ़ की अब तक की सबसे लोकप्रिय विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े को माना जा रहा है। एक आंतरिक सर्वे के अनुसार कांग्रेस विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े क्षेत्रवासियों के लिए समर्पित मानी जाती हैं। उन्होंने अब तक जो काम किया है उनके क्षेत्रवासियों के लिए समर्पित भावना को प्रदर्शित करता है ऐसा कहना है कि जो कुछ उन्होंने अब तक के अपने कार्यकाल में किया है वह सारंगढ़ के विकास के लिए आगे चलकर मिल का पत्थर साबित होगा।
आंतरिक सर्वे में एक बात निकलकर आई है वो ये सारंगढ़ को जिला बनाने की मांग वर्षो पुरानी रही है, कई एमएलए आए और गए लेकिन सारंगढ़ जिला बनाने की कोशिश सिर्फ राजनीत तक सीमित रहा। भाजपा विधायक भी आए और कांग्रेस के भी चुने गए लेकिन सारंगढ़ को जिला बनाने की दृढ़ संकल्पित उत्तरी गणपत जांगड़े में रही और यही वजह है की जीत के बाद लगातार उच्च स्तर पर डटी रही उनकी सक्रियता और जुनून को देखते हुए कांग्रेस की भूपेश सरकार के द्वारा सारंगढ़ को जिला बनाने की घोषणा करना पड़ा। सारंगढ़ का जिला बन जाना कोई छोटी उपलब्धि नहीं हैं। भले ही कुछ मायनों में तकनीकी दिक्कतें सामने है। इन सबसे इतर सारंगढ़ के लिए जिला बनना एक बड़ी उपलब्धि है और आगे चलकर विकास का पैमाना इन्ही उपलब्धियों के साय तय होगा। यूं तो हर विधायक चुने जाने के बाद क्षेत्र के लिए काम करता ही है, लेकिन सारंगढ़ के इतिहास में उत्तरी गणपत जांगड़े का नाम बड़े सम्मान से लिया जाएगा।
वर्तमान में भले ही लोग उनकी इस उपलब्धि को हासिए पर लेकर चल रहे हों परंतु यही उपलब्धि भविष्य की नीव साबित होगी। सारंगढ़ का जिला बनना और स्वास्थ सुविधाओ को लेकर 100 बिस्तर अस्पताल के रूप में विस्तारित कराना, इतना ही नहीं शिक्षा के क्षेत्र में बेटियों के लिए अलग से कन्या महाविद्यालय की सौगात दिलवाना यह सब उत्तरी गणपत जांगड़े की क्षेत्रवासियों के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। आज सारंगढ़ विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े की बात की जाए तो एक आंतरिक सर्वे के अनुसार वे अब तक की सबसे लोकप्रिय विधायकों में मानी जा रही है। उन्होंने क्षेत्र की जनता से किए वायदों को न सिर्फ पूरा करवाया है बल्कि उससे भी आगे बढ़कर सारंगढ़ को आगे बढ़ाने में अपनी कोई कोर कसर नहीं छोड़ा है। और हर सुख दुख में क्षेत्रवासियों के साथ खड़ा रहना। सारंगढ़ को जिला बनाने की शर्त पर केराबाई मनहर को भी क्षेत्रवासियों ने चुनकर उनके सर पर ताज पहनाया था लेकिन यह ताज सिर्फ ताज तक सीमित रहा।
अगर उपलब्धियों की बात करें तो श्रीमती जांगड़े के अब तक के कार्यकाल में क्षेत्र वासियों की उन्नति के लिए जो काम हुए हैं ऐसा पहले के चुने हुए जनप्रतिनिधियो के कार्यकाल में नहीं हुए। सड़क, बिजली पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए तो सभी काम करते हैं परंतु जिला बनना, कन्या महाविद्यालय की सौगात, अस्पताल का उन्नयन की सौगात का भले ही तात्कालिक परिणाम सामने न दिखे परंतु इसके दीर्घ कालिक परिणाम विकास के सही मायनो को चरितार्थ करेगा। इन सबके पीछे विधायक पति गणपत जांगड़े की एक बड़ी भूमिका मानी जा रही है। लोग यहां यह भी कह रहे हैं कि गणपत जांगड़े की दूरगामी सोच का ही यह परिणाम है की आज सारंगढ़ विकास की ओर बढ़ने अग्रसर है। प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो जिला बनने के बाद इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास में कुछ समय तो लगेगा, लेकिन जैसे जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर वा विकसित होंगे जिला अपने आप में आकार ले लेगा।
