रायगढ़। सावन मास की पावन तिथि एवं पावन बेला मे 27-07-2024 को सरस्वती शिशु मंदिर लोचन नगर रायगढ़ में भव्य मातृ गोष्ठी का आयोजन किया गया |जिसमे सिर्फ अरुण और उदय के भैया /बहिनों के माताओं को 9:30 बजे आमंत्रित किया गया था| जिनके आते ही प्रवेश द्वार पर बहिन अंजलि और यशिका के द्वारा भव्य अंदाज के साथ तिलक लगाकर स्वागत किया गया |वे गदगद मन से सभाकक्ष मे पहुँचे फिर अतिथियों के आगमन के बाद माँ सरस्वती, ॐ एवं भारत माता के सम्मुख दीपवंदना कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई | शिशु वाटिका प्रमुख श्रीमती चन्द्रकांति कश्यप दीदी ने अतिथियों का स्वागत तिलक रोली से करने के लिए बहन अंजलि एवं यशिका को आमंत्रित किया तत्पश्चात संस्था प्रमुख प्राचार्य श्री श्याम लाल पटेल जी को अतिथियों का परिचय कराने के लिए आमंत्रित किया प्राचार्य जी ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में श्री एल. पी.कटकवर जी एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री डी.पटनायक जी का परिचय कराया शिशु वाटिका प्रमुख ने गोष्ठी का कारण बताते हुए शिशुओं का सर्वांगीण विकास कैसे हो इस विषय पर चर्चा परि चर्चा शुरू हुई जिसमें कई माताओ ने अपने सुझाव और विचार व्यक्त किया |

मुख्य अतिथि श्री एल. पी. कटकवार जी ने माताओ को संबोधित करते हुए| कहा कि आज के बदलते परिवेश में हमारे समाज में संस्कृति और संस्कार किस प्रकार से विलुप्त हो रहे हैं | जिसे बचाने हेतु सरस्वती शिशु मंदिर की जो शिक्षा पद्धति है | उसे पद्धति को अपनाना अत्यंत आवश्यक हो गया है| आज बच्चे माता-पिता को प्रणाम करना भूलते जा रहे हैं |देवी देवताओं को नहीं जान पा रहे हैं | इन सबको बताने का काम हमारी माताओ को है माता ही जो है | अपने बच्चों में अच्छे संस्कार डाल सकते हैं |

अंत में संस्था प्रमुख प्राचार्य श्री श्याम लाल पटेल जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बच्चा एक कोमल लता की भांति होती है जिस दिशा में हम लता को बढ़ाते हैं| ठीक उसी प्रकार से बच्चा भी जो है| उसी दिशा में बढ़ने लगता है| बच्चों के विकास में माता का ही बहुत बड़ा हाथ होता है| क्योंकि अधिक समय तक बच्चे माता के पास ही रहा करते हैं| हम माता को चाहिए की लव कुश ध्रुव प्रहलाद के सच्चरित्रों को बताकर या सुना कर अपने बच्चों चरित्रवान और गुणवान बना सकते हैं| अंत में आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम आप सबका हृदय से आभारी हैं जो कि हमारे कार्यक्रम में आज की इस गोष्ठी में आप लोग शामिल हुए आप सभी को बहुत-बहुत धन्यवाद इस कार्यक्रम को सफल बनाने मे विद्यालय के आचार्य श्री अंजनी श्रीवास्तव, श्री श्रीपति यादव, उत्तरा महेश, विकास मिश्रा एवं दीदियो मे श्रीमती नीलिमाअमन, श्रीमती संघमित्र मिश्रा, श्रीमती विमला, श्रीमती रेणुका, श्रीमती पुष्पांजलि, श्रीमती ज्योति स्वर्णकार, कुमारी कवि प्रिया, प्रियंका,शारदा,सानिया, आप सभी का सहयोग सराहनीय रहा |उक्त जानकारी संस्था के प्रचार-प्रसार विभाग के प्रमुख अंजनी श्रीवास्तव ने दी है।
