रायगढ़। भारत के रचियता एवं अट्ठारह पुराण, ब्रह्म सूत्र की रचना करने वाले वेदव्यास की जयंती गुरु पूर्णिमा पर्व अति उमंगपूर्ण वातावरण में सरस्वती शिशु मंदिर उच्च. माध्यमिक विद्यालय लोचननगर रायगढ़ मनाया गया।जिसके मुख्य अतिथि लोचन प्रसाद पटेल, बृहस्पति भोई जी अध्यक्ष डी.पटनायक (उपाध्यक्ष सशिमं समिति रायगढ़, लोचननगर विद्यालय प्रभारी) एवं प्राचार्य श्याम लाल पटेल, आचार्य अंजनी श्रीवास्तव तथा आचार्या नीलिमा अमन जी मंचासीन रही हैं। कार्यक्रम का संचालन भैया काव्यांश प्रधान एवं राहुल डनसेना ने किया।


कार्यक्रम का प्रारंभ विद्यालय के सभागार में प्रातः10:00 से हुआ। सर्वप्रथम मंचासीन अतिथियों द्वारा सरस्वती माता, ओम, भारत माता एवं महर्षि वेदव्यास जी के छायाचित्रों के समक्ष पूजन अर्चन दीपमंत्र के साथ दीप प्रज्वलित कर किया गया।फिर सभी ने सरस्वती वंदना मधुर स्वर में गाई।इसके बाद सभी अतिथियों और आचार्य आचार्याओं को तिलक लगा कर स्वागत एवं गुरु पूजन किया। फिर कार्यक्रम की विधा में अनेक भैया/बहिन एवं आचार्यगण अपने-अपने विचार व्याख्यान, दोहे, कविता, श्लोक एवं प्रेरक प्रसंग के माध्यम से प्रस्तुत किया।


कक्षा नवम् एवं दशम् की बहिनों द्वारा सामुहिक गीत (ध्यान मूलं गुरुर मूर्ति…..) सुमधुर स्वरों में गाया।जिसमें छात्रों में अंजली किसान, चेतना गुप्ता, अभि मैत्री, वैष्णवी कश्यप, परिधि साहू अंजुम परवीन आदि इसके बाद आचार्य अंजनी श्रीवास्तव ने महर्षि वेदव्यास जी के जीवन की कुछ झलकियों एवं वेदव्यास की उपाधि प्राप्त होने के विषय पर प्रकाश डाला और एक गुरु का अपने शिष्य के लिए लगाव एवं उसे सदा प्रोत्साहित करने के विषय में बताया। फिर डी.पटनायक जी ने भी गुरुमहिमा का गुणगान करते हुए शिष्य को अपने गुरु के प्रति श्रद्धा रखने की बात कही। इसके बाद संस्था प्रमुख श्याम लाल पटेल जी ने गुरुकृपा एवं भगवान वेदव्यास जी के विषय पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम में सहभागी सभी लोगों के प्रति आभार ज्ञापित किया। फिर भागवत् जी की आरती गाई गई। फिर शांति मंत्र के द्वारा कार्यक्रम का समापन हुआ। इस गुरुपूर्णिमा उत्सव को सफल बनाने में विद्यालय के आचार्य परिवार और छात्र परिषद्के सदस्यों की महत्वपूर्ण एवं उत्साहित भूमिका रही हैं।उक्त जानकारी संस्था के प्रचार-प्रसार विभाग प्रमुख अंजनी श्रीवास्तव ने दी है।
