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महेंद्र जायसवाल के सामने राजस्व विभाग लाचार: मेडिकल कॉलेज रोड पर प्रतिबंध के बाद 2 बोरवेल भी खोदे, अब जमीन टुकड़ों में बेचने की तैयारी

रोड किनारे ही अवैध निर्माण की तैयारी, नायब तहसीलदार आई और देखकर चली गई, मातृ-शिशु अस्पताल को आबंटित है जमीन

रायगढ़. मेडिकल कॉलेज से लगभग 1 किमी. की दूरी पर ग्राम नवापाली में मातृ-शिशु अस्पताल के विस्तार के लिए शासन ने शासकीय जमीन चिन्हांकित किया है। अब इस जमीन पर दलालों की नजरें गड़ चुकी है। मेडिकल कॉलेज रोड में नावापाली में करीब 5 एकड़ जमीन को समतल करके बिक्री की जा रही है। सरकारी जमीन को भी कब्जा कर लिया गया है। जमीन पर पौधरोपण और बोरवेल खनन भी करा लिया गया है। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है महेंद्र जायसवाल और नगर के एक बड़े होटल व्यवसायी मिलकर पुष्पक विमान में घुमने की तैयारी कर रहे हैं। यहां यह गौर करने की बात है कि इसी जमीन पर कुछ माह पहले ही कब्जे को लेकर स्थानीय युवक ने एक युवक की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी है। मृतक विशाल सिंह ठाकुर (27 साल) आर्शीवादपुरम ढिमरापुर रायगढ़ मूल निवासी उत्तर प्रदेश द्वारा नवापाली मेन रोड में इसी जमीन को पटवाने जेसीबी लेकर गया था। इस जमीन से जुड़ा हरिलाल खड़िया निवासी मांझापारा चक्रधरनगर ने विवाद के बाद विशाल की हत्या कर दी थी।


अभी यहां करीब पांच एकड़ जमीन पर समतलीकरण के बाद बोर 2 बोरवेल भी खुदवा लिए गए हैं। ज्ञात हो कि शसन के निर्देशानुसार 10 मई से 15 जुलाई तक बोर खनन प्रतिबंधित है, कि धज्जियां उड़ाते हुए बोर खनन किया गया है। यहां पर कब्जा दिखाने के उद्देश्य से जमीन के तीनों ओर पौधरोपण भी किया गया है। इस जमीन पर पूर्व में जो पेड़ थे, उनका नामोनिशान ही मिट चुका है। कुछ महीनों पहले तक यहां छोटे-बड़े झाड़ का जंगल था। ग्राम नावापाली की इस जमीन को महेंद्र जायसवाल नामक व्यक्ति अब टुकड़ों में बेचने की तैयारी कर रहा है। यह पूरी जमीन रोड से लगी हुई है। सरकारी जमीन को भी कब्जा कर समतल कर दिया गया है।


पुसौर तहसील में आने वाले नावापाली की सीमा में जमीनों के बड़े खेल हुए हैं। रोड के दोनों ओर जंगल हैं। लेकिन एक ओर कई जगहों पर जमीन समतल हो रही है। कहीं मकान बन रहा है तो जंगल के अंदर प्लॉट काट रहे हैं। कई जगहों पर पेड़ों को काट दिया गया है। पर्यावरण क्षति के साथ सरकारी जमीनों को भी कब्जाया जा रहा है। पुसौर तहसील में ऐसे मामले जांच के लिए जाते तो हैं लेकिन बाहर नहीं आते। दो दिन पहले तहसीलदार नेहा उपाध्याय भी मौका जांच करके गई हैं। पटवारी ठंडाराम खडिय़ा से सवाल पूछने पर कहते हैं कि अभी बिक्री नकल नहीं दिया गया है।

पहाड़ के पानी की निकासी के लिए बनाए जा रहे ड्रेनेज सिस्टम
अब यह गौर करने की बात है कि नवापाली में जहां पर यह जमीन है वहां एक ओर पहाड़ और दूसरी ओर यह जमीन है। बरसात में पहाड़ से निकलने वाली पानी इस जमीन से होकर बहता था। मगर यहां पर अवैध कब्जा हो जाने से बरसात का उक्त पानी को निकालने में दिक्कत होगी। इस परेशानी को देखते हुए यहां कब्जा कर रहे महेंद्र जायसवाल ने बकायदा जेसीबी के द्वारा मौके पर दो बड़े-बड़े ड्रेनेज सिस्टम तैयार कराया जा रहा है।

कौन है महेंद्र जायसवाल
शासन के अरबों खरबों रुपए के शासकीय जमीन पर कब्जा करने वाले महेंद्र जायसवाल का विवादों से पुराना नाता है। पूर्व में महेंद्र जायसवाल ने एनटीपीसी पॉवर प्लांट से मुआवजा और बोनस पाने के लालच में काफी बड़ा घोटाला राजस्व विभाग से मिलकर किया था। इस मामले में उन्होंने अपने ही परिवार के अनेक लोगों के नाम से बोनस वितरण की फर्जी दस्तावेज तैयार कराया था। मामले में तत्कालीन एसडीएम, पटवारी, सरपंच, सचिव सहित 22 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। इन लोगों पर भूमि का अवैधानिक तरीके से असंबद्ध बंटवारा करने का आरोप था।

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