आखिर अब तक क्यों नहीं सकी कार्यवाही, स्कूल प्रबंधन ने आर0 टी0 आई0 को बनाया मजाक
पीड़ित अभिभावकों ने जिला शिक्षा अधिकारी को किया था शिकायत जांच में सही पाया गया
सारंगढ़ -बिलाईगढ़ । शिक्षा के महत्त्व को लोग समझ रहे हैं और अपने बच्चों को अच्छी से अच्छी शिक्षा देने के लिए आगे आए हैं सरकारी स्कूलों की स्थिति में अभिभावक अब प्राइवेट स्कूलों में अपने बच्चे को पढ़ा रहे हैं यह दो राय नहीं है की आज शिक्षा का स्तर बढ़ा पर स्कूलों की फीस भी बढ़ी है फिर भी अभिभावक अच्छे शिक्षा के लिए दिन रात मेहनत कर अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा के लिए प्रेरित कर रहे हैं । हिंदी अंग्रेजी माध्यम के स्कूल जगह जगह खुल रहे हैं पर गरीब तबके के लोग महंगी फीस की वजह से नाम दार स्कूल में अपने बच्चों को नहीं पढ़ा पाते ।बाल शिक्षा का अधिकार 2009 के तहत 25 प्रतिशत बच्चों को नामीदार स्कूलों में भर्ती नियम से मिल रहे है ।कई स्कूल ऐसे भी हैं जो आर0 टी0 आई0 का मजाक बना कर रखे हैं और गरीब तबके के बच्चों को दुत्कार रहे हैं ऐसे स्कूलों पर आखिर कब कार्यवाही होगी ? ऐसा ही वाकया सारंगढ़ जिला मुख्यालय
कोसीर मुख्यालय के ग्राम भाठागांव के ब्रिलियेंट पब्लिक स्कूल की है जहां आर0 टी0 आई0 के बच्चों के साथ खिलवाड़ किया गया है।


ब्रिलियेंट पब्लिक स्कूल विगत 04 वर्षों से 2019 -20 से संचालित हो रही है ।स्कूल प्रबंधन और संस्था प्रमुख की मनमानी चर्म सीमा पर है।जो स्कूल के नियम कायदे को ताक में रख कर अपनी मनमानी करते हुए आर0 टी0आई0 का उलंघन कर गरीब तबके के बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा ।
सत्र 2023 में कोसीर ग्रामीण अंचल के अभिभावकों ने RTI के अंतर्गत स्कूल में दाखिला के लिए आवेदन किए थे नाम भी चयन हुए पर स्कूल संस्था प्रमुख के द्वारा उन्हें दाखिला चयन होने के बाद भी RTI के अंतर्गत प्रवेश नहीं दिया गया ।इस तरह इस वर्ष 07 बच्चे का चयन होने के बाद भी उन्हें इस लाभ से दूर रखा गया । कुछ अभिभावक शिक्षा के अधिकार की जानकारी रखते थे वे जिला शिक्षा अधिकारी से स्कूल संचालन पर सवाल करते हुए स्कूल की शिकायत किए थे ।जिसमें प्रमुख रूप से कोसीर से हेम नंद सोनी , रंजित खूंटे है।
नोडल अधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत किया गया था जिसमें साफ साफ शिकायत में कहा गया था हमारे बच्चों का RTI में चयन के बाद भी प्रवेश नहीं दिया गया ।स्कूल संस्थान की मनमानी से अंचल में अभिभावकों में रोष देखी गई ।

आखिर क्या है RTI – निः शुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की धारा के प्रयोजन के लिए नियम 11 के उप नियम 4 के तहत शिक्षा का लाभ दिलाना है । जबकि ब्रिलियेंट पब्लिक स्कूल इस नियम मजाक बना रखा है । हेम नंद सोनी और रंजित खूंटे ने 27 जून 2023 को जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत कर बताए थे की उनके बच्चों के साथ अन्याय हो रहा है। इस शिकायत का लंबे समय के बाद जांच का आदेश हुआ ।
यही नहीं 2023 में दिसंबर माह में स्कूल प्रबंधन की भारी लापरवाही सामने आई और इनके लापरवाही से 04 वर्ष का मासूम बच्चा बस के पहिए के नीचे दब कर मर गया । इस घटना की जानकारी स्कूल शिक्षा विभाग को भी नहीं दिया गया बस का चालक स्कूल का शिक्षक था यह जांच में सामने आया ।
बच्चे के खून से रंगे पहिए का दाग आखिर कैसे धुलेगा इनकी लापरवाही से अपने ही स्कूल के बच्चे की मौत हो गई ।
जांच के दो माह बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई आखिर जांच में क्या पाया गया था इस स्कूल के बारे में और जांच का क्या होगा ।
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से 26 फरवरी 2024 को एक पत्र जारी किया गया है जिसमें स्कूल प्रबंधन और संस्था प्रमुख को जवाब मांगी गई है ।जांचकर्ता अधिकारी सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी रवि कुमार डोंगरे द्वारा 11 अक्तूबर 2023 को जांच प्रतिवेदन दिया गया ।उसमें उसमें उल्लेख है की स्कूल के विरुद्ध प्राप्त शिकायत की विरुद्ध जांचकर्ता द्वारा अभिमत में स्पष्ट लेख किया गया है की आपकी संस्था के विरुद्ध प्राप्त शिकायत सत्य पाई गई है जो को निः शुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की धारा के प्रयोजन के लिए नियम 11 के उप नियम 4 के अधीन वर्णित नियम एवं शर्तों के विपरीत है । शिक्षा विभाग ने कार्यवाही के लिए एक कदम आगे तो बढ़ाया पर अब इस स्कूल पर कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है । क्या आने वाले समय में यह कार्यवाही होगी या सिर्फ कागजों में सिमट जाएगी।
क्या कहते हैं पालक के अभिभावक – आशीष खूंटे के अभिभावक से RTI के संबंध में मामले के बारे में पूछा गया तब उनके अभिभावक ने कहा बच्चों के भविष्य के साथ स्कूल प्रमुख खिलवाड़ कर रहे हैं हमने जिला शिक्षा अधिकारी से शिकायत किया था की हमारे साथ अन्याय हुआ है इस विषय पर कार्यवाही जरूरी है
अभिभावक, लखन खूंटे
सारंगढ़ जिला शिक्षा अधिकारी एस एन भगत से उनके फोन नंबर 9424190419 पर कॉल करके जानकारी चाही गई तब वे फोन उठाए हो हल्ला सुनाई दिया और फोन काट दिया गया हो सकता है वे कोई कार्यक्रम में रहे हों ..
