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Mukhtaar Anshari; मुख्तार अंसारी की मौत के बाद कई जिलों में धारा 144, सुरक्षा कड़ी; पूरे प्रदेश में अलर्ट

कानपुर. बांदा जेल में बंद बाहुबली Mukhtaar Anshari; मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। मेडिकल कॉलेज बांदा ने उसकी मौत की पुष्टि की है। पूरे यूपी में पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी है। मऊ, गाजीपुर और बांदा जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। Mukhtaar Anshari; मुख्तार अंसारी का दिल का दौरा पड़ने से बांदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत हो गई। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल, डीएम अंकुर अग्रवाल कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ मंडलीय कारागार पहुंचे। करीब 40 मिनट तक अधिकारी जेल के भीतर रहे। इसके बाद Mukhtaar Anshari; मुख्तार को एंबुलेंस से दोबारा रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। आशंका जताई जा रही है कि मुख्तार को दिल का दौरा पड़ा है। मुख्यमंत्री आवास पर देर रात बैठक बुलाई गई है। कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने कहा, ‘जिस तरीके से आरोपी मुख्तार अंसारी की जेल में मौत हुई है वो उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर गंभीर प्रश्न खड़े करती है…इस घटना की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और हाई कोर्ट के जज की सुपरविजन में यह जांच होनी चाहिए।’


तेजस्वी यादव ने जताया दुख. तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा, ‘यूपी से पूर्व विधायक श्री Mukhtaar Anshari; मुख्तार अंसारी के इंतकाल का दुःखद समाचार मिला। परवरदिगार से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति तथा शोकाकुल परिजनों को दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें। कुछ दिन पूर्व उन्होंने शिकायत की थी कि उन्हें जेल में जहर दिया गया है फिर भी गंभीरता से नहीं लिया गया। प्रथम दृष्टया ये न्यायोचित और मानवीय नहीं लगता। संवैधानिक संस्थाओं को ऐसे विचित्र मामलों व घटनाओं पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए।’


पांच डॉक्टरों का पैनल करेगा पोस्टमार्टम. जिंदा मुख्तार तो पुलिस प्रशासन के सिर का दर्द रहा और मौत के बाद भी अधिकारियों के पसीने छुड़ा दिए। प्रशासन रात 11 बजे से ही शव के पोस्टमार्टम की तैयारी में जुट गया। अधिकारियों के मुताबिक मुख्तार के परिजनों के मेडिकल कॉलेज पहुंचने के बाद ही पांच डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम की प्रक्रिया कराई जाएगी। इसके अलावा पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। प्रयास किया जाएगा कि देर रात ही शव को परिजनों के सुर्पुद कर उसे गाजीपुर के लिए रवाना कर दिया जाए। इस बीच चर्चा यह भी रही कि मुख्तार के परिवार के कई सदस्यों से बांदा की सीमा पर ही रोका गया है। सिर्फ भाई अफजाल को ही मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना किया गया है।


हत्या, जानलेवा हमला सहित मुख्तार पर 59 मुकदमें. माफिया Mukhtaar Anshari; मुख्तार अंसारी पर हत्या, जानलेवा हमला, धोखाधंडी, गैगेस्टर सहित विभिन्न गंभीर धाराओं में करीब 64 मुकदमें दर्ज है। गाजीपुर में अलग-अलग तीन मुकदमें 302, 506, 302, वाराणसी में 302, 307, गाजीपुर में 506, वाराणसी 364, 395, गाजीपुर 247,148,149, गाजीपुर 147,506, गाजीपुर 467,468, 420, 120 बी, गाजीपुर 302, गाजीपुर 147, 323, 506, चंदौली 307,302, वाराणसी 137,148,149, 302, नई दिल्ली 365, 387, नई दिल्ली 5 टांडा, गाजीपुर 353,503, 506, गाजीपुर 352, 323, 307, गाजीपुर (3) 1 यूपी गैगेस्टर, गाजीपुर एनएसए, गाजीपुर 130,135, 136 (1), 136 (2) लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, वाराणसी 364 ए, 365, 302, 120 बी, गाजीपुर 506, सोनभद्र 364 ए, वाराणसी 506, वाराणसी एनएसए, गाजीपुर एनएसए, वाराणसी 506, आगरा 419, 420, 109, 120 बी, लखनऊ 307, 302, 120 बी, लखनऊ 506, लखनऊ 2/3 गैंगेस्टर एक्ट, लखनऊ 147, 336, 353, 506, लखनऊ 3/7/25 आम्र्स एक्ट, लखनऊ 353, 504,506, लखनऊ 147,148, 149, 307, मऊ 147,148, 149, 393, 307, 507, 342, गाजीपुर 302, 506, 120 बी, गाजीपुर 147,148, 149, 302,307, 404, 120 बी, 7 क्रमिनल एक्ट, मऊ 147,148, 149, 302, 435, 436, 153 ए, गाजीपुर गैंगेस्टर एक्ट, गाजीपुर 302, 120 बी,7 क्रमिनल एक्ट, गाजीपुर 307, 506, 120 बी, नई दिल्ली धारा 3 गकोका एक्ट, मऊ 147,148, 149, 307, 302, 325, 120 बी, मऊ 307, 302, 120 बी, गाजीपुर 3 (1) गैंगेस्टर एक्ट, मऊ गैंगेस्टर एक्ट, आजमगढ़ 147,148 ख, 149, 302, 307, 120 बी, मोहाली (पंजाब) 386, 506, मऊ 319, 420, 467, 468, आजमगढ़ 3 (1) गैगेस्टर, लखनऊ 357,371, 120 बी, मऊ 3 (1) गैगेस्टर एक्ट, बाराबंकी, 320, 468, 120 बी समेत करीब 59 मुकदमें दर्ज है।


Mukhtaar Anshari; मुख्तार की मौत पर बोले भाजपा नेता अशोक सिंह. गुरुवार की देर रात जैसे ही मेडिकल कालेज द्वारा मुख्तार अंसारी की मौत को सूचना की पुष्टि की गई। वैसे ही पूरे जिले में प्रशासन ने 144 धारा लगाने के साथ नगर सहित पूरे जिले में पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई। इसी बीच मुख्तार के धुर विरोधी ने भाजपा नेता अशोक सिंह ने कहा कि यह भगवान की सजा है। उनके भाई मन्ना सिंह का हत्या का फैसला अभी आना बाकी है लेकिन इससे पहले ही भगवान ने एक अपराधी को उसके किये को सजा मुकर्रर कर दी।


मौत के वक्त कोई नहीं था मददगार. करीब ढाई साल से बांदा जेल में बंद पूरब के माफिया Mukhtaar Anshari; मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात हार्ट अटैक (कार्डियक अरेस्ट) से मौत हो गई। भले ही बांदा जनपद में मुख्तार के तमाम समर्थक थे, लेकिन जबसे उसके समर्थकों के घरों पर जेसीबी गरजी थी, तभी से सभी ने उससे दूरी बना रखी थी। जनपद से गिने चुने लोग भी जेल में उससे मिलने नहीं जाते थे। शायद यही वजह थी कि जब वह अपनी जिंदगी के अंतिम क्षण जी रहा था, उस वक्त भी जेल तो दूर की बात है उसका कोई अपना मेडिकल कॉलेज के आसपास भी नहीं दिखाई दिया। मुख्तार के कुछ समर्थक उसके परिजनों के संपर्क में जरूर रहे और उन्हें प्रशासन से बचकर मेडिकल कॉलेज से बाहर के हालातों की खबर देते रहे। देर रात 11 बजे तक उसके समर्थकों में से कोई भी मेडिकल कॉलेज के आसपास नहीं दिखाई दिया। बता दें कि अतीक हत्याकांड के बाद जनपद में मुख्तार के करीबी दो लोगों के मकानों पर भी प्रशासन ने जेसीबी चलाई थी।

मुझे जेल में दिया जा रहा है जहर. बाराबंकी कोर्ट में कहा था, मुझे जेल में दिया जा रहा है जहर, जल्द हो जाएगी मौत. बांदा जेल में बंद माफिया Mukhtaar Anshari; मुख्तार अंसारी ने जेल के खाने में जहर देने का आरोप लगाया था। उसने कहा है कि इससे उसकी तबीयत काफी गंभीर हो गई है और ऐसा लगता है कि कभी भी मृत्यु हो सकती है। मुख्तार अंसारी ने इसे बड़ा षड्यंत्र बताते हुए अदालत से इलाज करवाने की गुहार लगाई थी। बीते बृहस्पतिवार को बाराबंकी की एमपी एमएलए कोर्ट में गैंगस्टर मामले की पेशी के दौरान मुख्तार अंसारी के वकील ने उसका प्रार्थना पत्र अदालत को सौंपा।

एक बेटा जेल में, दूसरा जमानत पर, पत्नी पर 75 हजार का इनाम. एक वक्त था जब मुख्तार और उसके परिवार की पूरे उत्तर प्रदेश में तूती बोलती थी। पूर्वांचल का कोई भी ऐसा सरकारी ठेका नहीं था, जो उसकी मंजूरी के बगैर किसी और को मिल जाए। मुख्तार की पत्नी से लेकर बेटों तक पर गंभीर आरोप लगे हैं। मुख्तार का परिवार काफी समृद्ध रहा है। ऐसे में आज हम आपको मुख्तार के परिवार की पूरी कहानी बताएंगे। मुख्तार के परिवार में कौन क्या था और अभी कौन क्या है? आइए जानते हैं…

दादा स्वतंत्रता सेनानी, पिता वामपंथी नेता रहे. मुख्तार अंसारी का जन्म 30 जून 1963 को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में हुआ। परिवार का काफी नाम था। लोग खूब सम्मान करते थे। मुख्तार अंसारी के दादा डॉक्टर मुख्तार अहमद अंसारी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। वे 1926-1927 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और फिर मुस्लिम लीग अध्यक्ष भी रहे। कहा जाता है कि डॉ. अंसारी महात्मा गांधी के काफी करीबी थे। वह गांधीवादी विचारधारा से जुड़े थे। जब देश का बंटवारा हुआ तो डॉ. मुख्तार अहमद अंसारी के परिवार के कई सदस्य पाकिस्तान चले गए। डॉ. मुख्तार अहमद अंसारी के बेटे सुब्हानउल्लाह अंसारी देश के बड़े वामपंथी नेता थे। सुब्हानउल्लाह ने बेगम राबिया के साथ शादी की थी। दोनों से तीन बेटे हुए। सिबकतुल्लाह अंसारी, अफजाल अंसारी और मुख्तार अंसारी।

  1. सिबकतुल्लाह अंसारी : दो बार विधायक रह चुके हैं। 2012 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर और 2017 में कौमी एकता दल के टिकट पर सिबकतुल्लाह ने चुनाव जीता था। सिबकतुल्लाह का एक बेटा है सुहेब उर्फ मन्नु अंसारी। इस बार सुहेब ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट से चुनाव जीता है।
  2. अफजाल अंसारी: पांच बार विधायक और दो बार सांसद का चुनाव जीत चुके हैं। 1985, 1989, 1991, 1993 और 1996 में लगातार पांच बार सीपीआई के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं। 2004 में सपा के टिकट पर पहली बार लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की। 2019 में दूसरी बार बसपा के टिकट पर सांसद बने। अब अफजाल अंसारी को चार साल की सजा हुई है। अफजाल की तीन बेटियां हैं।
  3. मुख्तार अंसारी: तीन भाइयों में सबसे छोटा मुख्तार अंसारी था, लेकिन अपराध की दुनिया में सबसे बड़ा नाम इसी का रहा। मुख्तार अंसारी की शुरुआती पढ़ाई युसुफपुर गांव में हुई। इसके बाद उसने गाजीपुर कॉलेज से स्नातक और परास्नातक की पढ़ाई पूरी की। मुख्तार अंसारी की पत्नी का नाम अफशां अंसारी है। अफशां के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। अफशां पर यूपी पुलिस ने 75 हजार रुपये का इनाम रखा है। वह लंबे समय से फरार चल रही है। अफशां और मुख्तार के दो बेटे हैं अब्बास अंसारी और उमर अंसारी।

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