रायगढ़. कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में बची 4 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है बिलासपुर लोकसभा से देवेंद्र सिंह यादव, सरगुजा से शशि सिंह, रायगढ़ से डॉ. मेनका देवी सिंह और कांकेर से बीरेश ठाकुर को टिकट दिया गया है, इससे पहले कांग्रेस 7 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है, प्रदेश की 11 लोकसभा सीटों में रायगढ़ लोकसभा की सीट भी सामिल है, जिसमें
रायगढ़ , जशपुर, कुनकुरी, पत्थलगांव, लैलूंगा, खरसिया सहित सारंगढ़ को मिलाकर कुल 8 विधानसभा क्षेत्र है यह सीट हमेशा से चर्चित मानी जाती रही है, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी यहां कई वर्षो तक सांसद रह चुके हैं भाजपा हमेशा जशपुर से प्रत्यासी देती रही है लेकिन इसबार भाजपा ने धरमजयगढ़ से भाजपा नेता राधे श्याम राठिया को प्रत्यासी बनाया है, लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की शेष चार लोकसभा सीटों पर अपना पत्ता खोल दिया है, अब दोनों ही दलों के नेता अपनी – अपनी चुनावी रणनीति बनाने में एकजुट हो गए हैं, बता दें रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस इसबार चुनाव जीतने वाले प्रत्यासी की तलास में जुटी हुई थी, कांग्रेस ने रायगढ़ लोकसभा से डॉ. मेनका देवी सिंह को प्रत्यासी बनाकर भाजपा के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है एक तरफ कांग्रेस से डॉ. मेनका देवी सिंह तो वहीं भाजपा से राधे श्याम राठिया चुनावी रण में आमने सामने होंगे।
डॉक्टर मेनका देवी सिंह कौन है राजनीतिक पृष्ठ भूमि कितनी मजबूत
कांग्रेस प्रत्यासी डॉक्टर मेनका देवी सिंह रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र में किसी परिचय की मोहताज नही है कांग्रेस प्रत्यासी डॉक्टर मेनका सिंह सारंगढ़ राजपरिवार से है, बता दें कि डॉ. मेनका देवी सिंह की राजनीतिक पृष्ठभूमि बेहद मजबूत है, अविभाजित मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री रह चुके स्व. राजा नरेश चंद्र सिंह की पुत्री हैं कई वर्षो पहले उनकी माता स्व.ललिता देवी सिंह पुसौर विधानसभा से निर्विरोध विधायक चुनी गई थी, वहीं उनकी बड़ी बहन पुष्पा देवी सिंह रायगढ़ लोकसभा से तीन बार सांसद रह चुकी है, कहा जा रहा है रायगढ़ लोकसभा के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी तैयारी के साथ प्रत्यासी की घोषणा की है, वैसे भी रायगढ़ में शिक्षा को काफी महत्व दिया जाता है, यहां ज्यादातर मतदाता ऐसे है जो शिक्षित जन प्रतिनिधि चुनने के लिए बेहद उत्साहित रहते हैं, विगत 2023 के विधानसभा चुनाव में रायगढ़ विधानसभा का चुनाव इसका ताजा उदाहरण भी माना जा सकता है, कांग्रेस प्रत्यासी की लिस्ट में डॉ. मेनका देवी सिंह का नाम सामने आते ही चौक चौराहों पर अब यह चर्चा जोरों पर हो रही है कि रायगढ़ ने शिक्षित विधायक बनाया और अब सांसद भी शिक्षित को ही बनाएंगे। प्रत्यासी घोषित होने के पहले तक भाजपा की एक तरफा जीत की लहर थी, लेकिन अब कांग्रेस ने भी अपना पासा मजबूत रख दिया है ऐसे भाजपा के लिए रायगढ़ लोकसभा की सीट आसान नहीं है, बहरहाल अभी दोनों ही राजनीतिक दलों का प्रचार बाकी है ऐसे में किसका पडला भारी है यह कहना मुश्किल है आगे देखते हैं भाजपा की गारंटी काम आयेगी या फिर कांग्रेस का हाथ मजबूत होगा।
डॉक्टर मेनका देवी सिंह को कई भाषाओं का ज्ञान
लोकसभा चुनाव देश का सबसे बड़ा चुनाव होता है आम तौर पर किसी भी जन नेता या चुनाव मैदान में सामने आए राजनीतिक दल के प्रत्यासी के लिए उसकी भाषा शैली खूब मायने रखती हैं जन नेता या प्रत्यासी अपनी भाषा शैली से जनता का ध्यान अपनी ओर करते है रायगढ़ लोकसभा से कांग्रेस प्रत्यासी मेनका देवी सिंह गोंड आदिवासी समाज से है उन्हे गोंडी, छत्तीसगढ़ी, भाषा के साथ – साथ हिंदी,अंग्रेजी, उड़िया, लरिया, बुंदेलखंडी सहित अन्य कई भाषाओं का ज्ञान है रायगढ़ लोकसभा का क्षेत्र बड़ा है ऐसे में यहां कई जाति सामुदाय वर्ग के लोग रहते हैं जिस भी समाज के लोगों से मिलती हैं उन्ही की भाषा में चर्चा करती हैं यह उनमें एक खासियत है बताते हैं उन्हें बचपन से ही किताब पढ़ने में विशेष रुचि रही है, इसलिए उन्होंने कई भाषाओं की किताबों को पढ़ा और समझा भी है।
