सक्ती. चंद्रपुर विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी चयन के लिए पार्टी आलाकमान की परेशानी बढ़ गई है। पूर्व में माना जा रहा था कि कांग्रेस की अंदरूनी सर्वे में बहुत अच्छी स्थिति न होने के बावजूद मुख्यमंत्री के करीबी होने के कारण वर्तमान विधायक रामकुमार यादव की टिकट पक्की है, किंतु नोटों वाला वीडियो वायरल होने के बाद उनकी टिकट खतरे में पढ़ती नजर आ रही है. जिससे अन्य दावेदारों द्वारा टिकट का प्रयास तेज कर दिया गया है.
यहां दावेदारों की बात की जाए तो दुर्गेश जायसवाल सदस्य कर्मकार मंडल छत्तीसगढ़ शासन, अनीता यशवंत चंद्र अध्यक्ष जिला पंचायत जांजगीर चांपा, दिवाकर यादव आदि द्वारा लंबे समय से विधानसभा में उम्मीदवारी के लिए अपनी दावेदारी की जा रही है. किंतु बदली हुई परिस्थिति में श्रीमती रश्मि गभेल अध्यक्ष कृषि उपज मंडी समिति अमनदूला भी दावेदारी करते हुए क्षेत्र में भ्रमण एवं वॉल पेंटिंग से प्रचार-प्रसार शुरू दी है. उनकी दावेदारी को लेकर यह कयास लगाया जा रहा है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा डॉ. चरण दास महंत व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर ही उन्होंने दावेदारी प्रस्तुत की है।
श्रीमती रश्मि गभेल 2003 में विधानसभा चुनाव कांग्रेस से लड़ चुकी हैं, तथा लगातार पार्टी में सक्रिय रही हैं। साथ ही अविभाजित जांजगीर-चांपा जिला में कांग्रेस जिला अध्यक्ष का पद भी संभाल चुकी हैं. बात अगर मुख्य विपक्षी दल भाजपा कि की जाए तो पूर्व में ओपी चौधरी द्वारा क्षेत्र में सक्रियता दिखाई गई थी, किंतु बाद में उनके द्वारा रायगढ़ विधानसभा से ज्यादा रुचि ली जा रही है। जिससे यहां की पूर्व भाजपा प्रत्याशी संयोगिता जूदेव का टिकट लगभग फाइनल होने की संभावना है। हालांकि बाहरी प्रत्याशी को टिकट न देकर स्थानीय को टिकट देने की मांग पांचों मंडल के पदाधिकारी व स्थानीय कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के समक्ष कर चुके हैं। अब देखना होगा कि दोनों प्रमुख दल प्रत्याशी की घोषणा कब करते हैं। तब तक चुनावी चर्चा का दौर जारी रहेगा।
